इलेक्ट्रानिक मीडिया पर उत्तेजक और समाज को बांटने वाली खबरों पर प्रतिबंध लगाएं राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री : भीमसिंह
इलेक्ट्रानिक मीडिया पर उत्तेजक और समाज को बांटने वाली खबरों पर प्रतिबंध लगाएं राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री : भीमसिंह
नई दिल्ली। नेशनल पैंथर्स पार्टी के मुख्य संरक्षक एवं सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के वरिष्ठ कार्यकारी सदस्य प्रो. भीमसिंह ने भारत के राष्ट्रपति एवं प्रधानमंत्री और उनकी सरकार पर जोर दिया है कि वे भारतीय इलेक्ट्रानिक मीडिया को सलाह दें कि वे इस तरह की कोई उत्तेजनापूर्ण समाचार प्रसारित न करें, जिससे समाज में अराजकता पैदा हो और शांतिपूर्ण सहअस्तित्व को नुकसान पहुंचे।
प्रो. भीमसिंह ने कहा कि आज एक चेनल (शायद आज तक) पर एक स्टोरी में सैन्य यूनिफार्म में बंदूक के साथ एक दाढ़ी वाले आदमी को दिखाया जा रहा है, जो कश्मीर के हुर्रियत नेताओं को चेतावनी दे रहा है कि कश्मीर में शरियत (इस्लामी कानून) का विरोध न करें।
उन्होंने कहा कि यह स्टोरी पूरी तौर से सुनियोजित लग रही है, क्योंकि होंठ का चलना और शब्द मेल नहीं खाते हैं। ऐसा लगता है कि जैसे धुरंधर इस स्टोरी में किसी दूसरे के मुंह से अपने शब्द कहलवाये जा रहे हों और ये रिकार्डेड स्टोरी लगातार बारबार दिखाई जा रही है।
उन्होंने कहा कि हालांकि भारत एक लोकतांत्रिक देश है और इसमें सभी को अपनी बात कहने की स्वतंत्रता है फिर भी अनुच्छेद 19(5) ऐसे उत्तेजक अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर उचित प्रतिबंध लगाती है, जिससे समाज में अराजकता पैदा हो और शांतिपूर्ण सहअस्तित्व को नुकसान पहुंचे।
प्रो. भीमसिंह ने राष्ट्रपति श्री प्रणब मुखर्जी पर जोर दिया कि वे प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी को सलाह दें कि इस तरह के इलेक्ट्रानिक मीडिया पर ऐसे अपमानजनक और समाज में अराजकता फैलाने वाले समाचारों को प्रसारित करने की अनुमति न दें।


