एक बूढे शेर की दहाड ने हिला दी सरकार की चूलें
एक बूढे शेर की दहाड ने हिला दी सरकार की चूलें
वीरभान सिंह
अन्ना के समर्थन में युवाओं ने रोक दी रेल
पटरियों पर तिरंगा लहराकर लगाये वंदे मातरम के नारे
मैनपुरी, उत्तर प्रदेश। तिहाड में बंद एक बूढे शेर की दहाड ने कांग्रेस सरकार की सल्तनत डांवाडोल कर दी। हिल उठी केन्द्र वालों की कमजोर कुर्सियां। एक आम आदमी की हुंकार से भ्रष्टाचारियों के कलेजे ऐसे कौंधे कि नेताओं को अपनी असली औकात का अंदाजा हो गया। क्या गांव, कैसा शहर, गलियां, नुक्कड, चौक -चौराहों पर हाथों में तिरंगा थामे मैनपुरी की सडकों पर इंसानी भीड के अथाह समंदर ने अन्ना को अपना समर्थन दिया। हालात ये रहे कि घुटनों के बल नतमस्तक हो गई केन्द्र की कांग्रेस सरकार। यह आम आदमी की ताकत की वह सच्चाई है जिसका नाजायज फायदा उठाकर राजनेता अब तक अपनी मनमानी करते आये हैं। गांधीवादी नेता अन्ना हजारे की मुहिम ने मैनपुरी को पूरी तरह से क्रांतिमय बना दिया है। बच्चे से लेकर बूढे तक सभी दोगुने जोश के साथ अन्ना को अपना समर्थन दे रहे हैं। जनपद में अन्ना की आवाज प्रत्येक जनपदवासी के गले से मुखरित हो रही है।
अन्ना की आवाज पर युवाओं ने हुंकार क्या भरी टेªनो के पहिए थम गए। जन लोकपाल बिल की मांग को लेकर ब्राहमण सभा परिषद और हिन्दुस्तान सोशलिस्ट पार्टी के पदाधिकारियों ने संयुक्त रूप से शहर में विरोध जुलूस निकाला। तत्पश्चात सैकडों की संख्या में एकत्र युवाओं ने फर्रूखाबाद से आ रही कासगंज-शिकोहाबाद पैसेंजर टेªन को मैनपुरी-कचहरी मार्ग के बीच नगला पाई क्रासिंग पर रोक दिया। पटरियों पर गुस्साये युवाओं ने अन्ना हजारे के समर्थन में जममकर नारेबाजी की। लगभग एक घंटे के बाद रेलवे के अधिकारियों के समझाने के बाद टैªक को खोला गया। इसके बाद आंदोलन को धार देते हुए युवाओं ने दोबारा भांवत चौराहा रेलवे क्रासिंग पर मालगाडी के पहियों को ब्रेक लगा दिया। रेल की पटरियों के बीच तिरंगा लहराकर प्रदर्शन कर रहे लोगों ने अपनी मांग सरकार तक पहुंचायी। हैरत तो उस वक्त हुई जब रेल के रूकने के बाद भी उसमें सवार यात्रियों ने कोई आपत्ति नहीं जताई और अन्ना के समर्थन में वंदे मातरम के नारे लगाए।


