कांग्रेस का आरोप, मोदी सरकार ने अर्थव्यवस्था को घोर तंगहाली में धकेल दिया
कांग्रेस का आरोप, मोदी सरकार ने अर्थव्यवस्था को घोर तंगहाली में धकेल दिया
कांग्रेस का आरोप, मोदी सरकार ने अर्थव्यवस्था को घोर तंगहाली में धकेल दिया
नई दिल्ली, 27 अगस्त। कांग्रेस ने कहा है कि नरेंद्र मोदी सरकार ने अपनी अनौपचारिक और अदूरदर्शी आर्थिक नीतियों से उन्नतिशील अर्थव्यवस्था को बिगाड़कर घोर तंगहाली में धकेल दिया है।
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कई ट्वीट के जरिए कहा,
"प्रिय अरुण जेटली, कांग्रेस की सरकार के कार्यकाल (2004-2014) के दौरान देश में स्वतंत्रता के बाद सबसे अधिक कारक-लागत आधारित दशकीय आर्थिक विकास दर 8.13 फीसदी रही। मोदी सरकार में 2017-18 में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) विकास दर 6.7 फीसदी रही, जो चार साल का निचला स्तर है। जुलाई 2018 में अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष ने खुद विकास दर अनुमान घटाया है।"
Dear Sh Arun Jaitley, Congress Govts- UPA 1 & UPA 2 delivered the highest decadal growth (8.13% at factor cost) since Independence.
Under Modi Govt,GDP Growth in 2017-18 is just 6.7%. which is a 4 year low. In July 2018, IMF itself lowered our Growth projections.
Acche Din? 1/
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) August 26, 2018
श्री सुरजेवाला ने कहा,
"जेटलीजी को मालूम हो कि मोदी सरकार को एक ऐसी अर्थव्यवस्था विरासत में मिली जो प्रगति की ओर अग्रसर थी। लेकिन भाजपा (भारतीय जनता पार्टी) की अनौपचारिक और अदूरदर्शी नीतियों-विमुद्रीकरण, त्रुटिपूर्ण ढंग से जीएसटी (वस्तु एवं सेवा कर) लागू करने और कर आतंकवाद के कारण तेजी की रफ्तार खत्म हो गई।"
Jaitley ji should know that Modi Govt had inherited an economy that was on the upswing. But due to BJP's adhoc and myopic economic policies -Demonetisation, Flawed implementation of GST and Tax Terrorism; that momentum was lost.
There are No Jobs. Investment low, Reforms slow 2/
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) August 26, 2018
सुरजेवाला ने वित्तमंत्री अरुण जेटली के सोशल मीडिया के उस पोस्ट की प्रतिक्रया में ट्वीट किया है जिसमें जेटली ने कहा कि 2014 में राजग (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) सरकार के सत्ता में आने के बाद ही परिवर्तनकारी बदलाव आया है।
जेटली ने अपने फेसबुक पोस्ट में कहा था,
"हमने काफी प्रगति की है। पिछले चार साल में सरकार ने विधायी व अन्य मामलों में सिलसिलेवार ढंग से सुधार लाए हैं। तंत्र में काफी स्वच्छता और पादर्शिता आई है।"
सुरजेवाला ने जवाब दिया कि कुछ पैरामीटर से जाहिर होता है कि अर्थव्यस्था में मंदी का रुख रहा है और किसी प्रकार से लीपापोती करने से उन तथ्यों को बदला नहीं जा सकता।
सुरजेवाला ने आंकड़ा देते हुए कहा,
"सकल अचल पूंजी निर्माण 2011-12 में जीडीपी का 34.3 फीसदी था। वर्ष 2013-14 में भी यह 31.3 फीसदी था। पिछले तीन साल में यह 28.5 फीसदी रहा और इससे विकास दर प्रभावित हुई है। किसी प्रकार की लीपापोती करने या ब्लॉग लिखने से उसे बदला नहीं जा सकता।"
Jaitley ji, Investment is in doldrums.
Gross Fixed Capital Formation as a per cent of GDP was 34.3% in 2011-12. Even in 2013-14 it was 31.3 %. In last 3 years, it has remained constant at 28.5% & has impacted Growth
No amount of white washing/blog writing can increase that! 3/
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) August 26, 2018
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने जिस ढंग से जीडीपी की पिछली श्रंखलाओं को छिपाने और तोड़ने-मरोड़ने की कोशिश की, वह घूमकर अब सामने आ गया है। ये तथ्यों को छिपाकर आखिर किसे बेवकूफ बनाना चाहते हैं।
Manner in which Modi Govt has sought to supress 'back series' of GDP & attempted to distort them by adding spins, is now out in the open.
Truth has a way of coming out and cannot be ever supressed.
Jaitley ji,your Govt has left our Economy to dire straits & that is the truth 4/
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) August 26, 2018


