नई दिल्ली। पुलिस अधिकारी से राजनेता और राजनेता से गवर्नर बनीं किरन बेदी के एक घृणित नस्लवादी व जातिवादी ट्वीट ने नए विवाद को जन्म दे दिया है।
किरन बेदी के ट्वीट के बाद उनके इस्तीफे की मांग जोर पकड़ने लगी है। किरन बेदी के इस्तीफे की मांग करने वालों में पूर्व सांसद व विधान परिषद् सदस्य हरिभाऊ राठौड़ भी शामिल हैं।

आशीष नंदी के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई हो सकती है तो किरन पर क्यों नहीं
हालांकि किरनबेदी की ऐसी टिप्पणी मोदी सरकार आने के बाद राज्यपालों के ऊल-जलूल बयानों से हटकर कुछ अधिक नहीं है, लेकिन प्रश्न तो उठता ही है कि विवादित टिप्पणी के लिए यदि चिंतक आशीष नंदी के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई हो सकती है तो किरन बेदी अभी तक कानून की गिरफ्त से बाहर क्यों हैं?

क्या है किरन बेदी का ट्वीट
दरअसल किरन बेदी ने बीती 2 अगस्त 2016 को सुबह 9.55 पर ट्वीट किया
Ex-criminal tribes are known to be very cruel. They are hardcore professionals in committing crimes. Rarely caught and/or convicted..
उनके इस ट्वीट को यह समाचार लिखे जाने तक 246 लोगों ने लाइक किया और 72 रिट्वीट हुए।
किरन बेदी के इस ट्वीट पर कई लानतें-मलानतें हुईं और लोगों ने उनके इस्तीफे की मांग की।
निखिल आनंद ने लिखा
@thekiranbedi Please apologise to the Subalterns & VJNTs for this Caste Biased Statement which is a sheer abuse of #Constitution of #India.
sanjaysasane ‏@sanjaysasane58 ने लिखा
@thekiranbedi Casteist 'Minds with Evil Deeds ' Being a Governor , "How can U called Crores of Indains Criminals ?U bloody casteist ! Resign
sunderarajan ‏@ndpsr ने लिखा -@thekiranbedi criminal tribes? you mean all members of the tribes were criminal? — incl women folk and children?
पूर्व सांसद व विधान परिषद् सदस्य हरिभाऊ राठौड़ ने वक्तव्य जारी कर कहा कि गवर्नर के पद पर रहते हुए किरन बेदी ने देश की 11 करोड़ घुमन्तू-विमुक्त जातियों को अपराधी कहकर इन जातियों और संविधान का अपमान किया है।

Ex-criminal tribes are known to be very cruel. They are hardcore professionals in committing crimes. Rarely caught and/or convicted..
— Kiran Bedi (@thekiranbedi) August 2, 2016