किराए की भीड़ और भाड़े के मीडिया से विहिप अयोध्या में अप्रिय घटना को अंजाम क्यों नहीं दे पाई
किराए की भीड़ और भाड़े के मीडिया से विहिप अयोध्या में अप्रिय घटना को अंजाम क्यों नहीं दे पाई
किराए की भीड़ और भाड़े के मीडिया से विहिप अयोध्या में किसी अप्रिय घटना को अंजाम नहीं दे पाई
Why the VHP could not carry out the unpleasant event in Ayodhya with the hired crowd and mercantile media
नई दिल्ली, 26 नवंबर। संविधान दिवस पर इतिहासकार, ग्रन्थकार (author) एवं फिल्म लेखक व मंगल पांडे सेना के अध्यक्ष अमरेश मिश्रा ने दावा किया है कि किराए की भीड़ और भाड़े के मीडिया से विहिप अयोध्या (VHP Ayodhya) में किसी अप्रिय घटना को अंजाम नहीं दे पाई, क्योंकि स्थानीय लोग उदासीन रहे।
श्री मिश्रा ने अपनी एफबी टाइमलाइन पर “अयोध्या से ताज़ा, संक्षिप्त रिपोर्ट!” में लिखा,
“अयोध्या में विश्व हिन्दू परिषद किसी अप्रिय घटना को अंजाम नहीं दे पाई। स्थानीय लोगों उदासीन रहे। जन-भागेदारी शून्य थी।
यह एक पूर्व नियोजित कार्यक्रम था जिसमें किराए की भीड़ इकट्ठी की गई थी और भाड़े का मीडिया इसे कवर कर रहा था।“
श्री मिश्रा ने लिखा कि
“कार्यक्रम में अपने बैनर लेकर शिरकत करने के बजाए, मंगल पांडे सेना के एकटवीस्ट, वीएचपी और शिवसेना की टोलियों में घुस गए।
मैं फैज़ाबाद के हसनू कटरा में रुका रहा। हसनू कटरा एक बड़ा मुस्लिम मौहल्ला है जो 1857 की क्रान्ति केंद्र भी रहा है।
हनुमान गढ़ी उज्जैनी पट्टी के महंत बाबा बलराम दास मेरे साथ थे। यह वही हनुमान गढ़ी है जिसकी 1857-58 जंग-ए-आजादी में अंग्रेजों के खिलाफ लड़ी गई 'अयोध्या की लड़ाई' और हिन्दू-मुस्लिम क्रान्तिकारी एकता में भागेदारी रही।“
उन्होंने अपनी पोस्ट में दावा किया कि
“अयोध्या मे देओकाली के पास हमारे पक्के, सनातन धर्मी 'मंगल वीर' वीएचपी वालों से भिड गए और लात-घूसों से ही उन्हें चित्त कर दिया। पुलिस ने कोई दखलंदाजी नहीं की।“
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