किसानों को बर्बाद करने की एक शासकीय साजिश
किसानों को बर्बाद करने की एक शासकीय साजिश
नीरज वर्मा
बाराबंकी। वर्तमान में भूमि अर्जन, पुनर्वासन और पुनर्व्यवस्थापन में उचित प्रतिकर और पारदर्शिता का अधिकार अधिनियम वास्तव में किसानों और गावों मे रहने वाले खेतिहर उद्योगों, कुटीर उद्योगों पर आधारित ग्रामीणों को उनकी पीढ़ियो से प्राप्त खेती किसानी को बलिदान करने की एक शासकीय साजिश है।
अखिल भारतीय किसान सभा द्वारा आयोजित किसानों की उपजाऊ जमीन के अधिग्रहण के खिलाफ आन्दोलन की रणनीति बनाने की बैठक को सम्बोधित करते हुए ह्यूमन राइट लॉ नेटवर्क के अधिवक्ता विष्णु शुक्ला ने कहा कि सत्ताधारी दल, भूमाफियाओं को सुविधापूर्वक भूमि हस्तांतरण सुनिश्चित कर सकें और किसान और उनके आश्रित उसका विरोध भी न कर सके इसके उद्देश्य की पूर्ति हेतु कानून पास किया गया है। मौजूदा कानून में पुराने कानून को ही घुमा फिराकर लाया गया है तथा पुराने कानून की 61 धारायें ज्यों की त्यों इसमें दोहरायी गयी हैं तथा इसमें प्राइवेट संस्थाओं को उनके लाभार्जन के लिए भूअर्जन की व्यवस्था है तथा किसानों व खेती पर आश्रितो के लिए स्थायी रोजगार उपलब्ध करवाने की कोई न तो ठोस योजना है और न ही अर्जित जमीन पर क्रियान्वित योजना में उनकी कोई भागीदारी ही है।
लखनऊ से आए हुए किसान नेता ज़ैद अहमद फारूखी ने कहा कि हरित क्रान्ति, श्वेतक्रान्ति, पीली क्रान्ति, के बावजूद हमारी अर्थव्यवस्था क्यों नही सुधर रही है इसका सीधा सा जवाब है कि हमारी सरकारों का किसानों और कृषि आधारित उद्योगों के साथ सौतेलापन व्यवहार क्योंकि अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर अमेरिका और उसकी साम्राज्यवादी सहयोगी ताकतों ने देश व दुनिया मे आतंक मचा रखा है, उसके नतीजे में देश के पेट्रोलियम पदार्थ महंगे हो रहे हैं, मशीनरी महंगी हो रही है और आधुनिक कृषि मंहगी होती जा रही है जिससे कृषि आधारित उद्योगों का नुकसान हो रहा है।
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी लखनऊ के नेता खालिद ने कहा कि बाराबंकी के किसानों के समर्थन में राजधानी में भी आन्दोलन चलाया जाएगा। बाराबंकी पार्टी के सचिव बृजमोहन वर्मा ने कहा कि सरकार अगर नही चेतती है तो 21 अक्टूबर को जेल भरो आन्दोलन प्रारम्भ किया जाएगा। वहीं पार्टी के सहसचिव रणधीर सिंह सुमन ने कहा कि जनपद के विभिन्न ग्राम पंचायतो में 16 अक्टूबर से क्रमिक भूख हड़ताल जारी की जाएगी और 20 अक्टूबर तक जारी रहेगी।
बैठक को मो0 आमिर ,रशीद खाँ, शिव बहादुर वर्मा(पूर्व जिला पंचायत सदस्य), डॉ. कौसर हुसैन, डॉ. उमेश चन्द्र, पुष्पेन्द्र कुमार सिंह, अमर सिंह प्रधान, नीरज कुमार एडवोकेट, राम नरेश वर्मा, बाबू गिरीशचन्द्र, विपतराम, प्रदीप सिंह, व आनन्द सिंह ने सम्बोधित किया और संचालन किसान सभा के जिला अध्यक्ष विनय कुमार सिंह ने किया।


