कॉरपोरेट घरानों को लोकपाल के अधीन लाने को अखिलेन्द्र करेंगे संसद पर उपवास
कॉरपोरेट घरानों को लोकपाल के अधीन लाने को अखिलेन्द्र करेंगे संसद पर उपवास
आइपीएफ की प्रदेश इकाई की हुई बैठक, तैयारियों पर चर्चा
सोनभद्र। कॉरपोरेट घरानों को लोकपाल कानून के दायरे में ले आने व उन पर टैक्स बढ़ाने, रोजगार के अधिकार को नीति निर्देशक तत्व की जगह संविधान के मूल अधिकार में शामिल करने, राष्ट्रीय वेतन नीति बनाने, शिक्षा-स्वास्थ्य-कृषि समेत जनहित के मदों पर खर्च बढ़ाने, महंगाई पर रोक लगाने, साम्प्रदायिक हिंसा निरोधक बिल को संसद से पारित कराने, हिफाजत, इंसाफ, जम्हूरियत और कानून का राज स्थापित करने समेत आम नागरिक की ज़िन्दगी के लिये महत्वपूर्ण सवालों पर 07 फरवरी 2014 से ऑल इण्डिया पीपुल्स फ्रंट (आइपीएफ) के राष्ट्रीय संयोजक अखिलेन्द्र प्रताप सिंह जंतर-मंतर पर दस दिवसीय उपवास करने जा रहे हैं। इस कार्यक्रम की तैयारी की समीक्षा के लिये आज आइपीएफ की प्रदेशस्तरीय कार्यकर्ताओं की बैठक राज्य कार्यालय पर हुई। बैठक में पूर्वाचंल से आए प्रतिनिधियों ने बताया कि इस उपवास के समर्थन में सोनभद्र, मिर्जापुर, चंदौली, वाराणसी, गाजीपुर, बलिया, आजमगढ़ व मऊ में आमसभाएं और रैलियां आयोजित की गयी है। इसी प्रकार गोण्ड़ा, फैजाबाद, बहराइच और बस्ती में भी तैयारी की जा रही है।
बैठक में लिये राजनीतिक प्रस्ताव में कहा गया कि देश में एक बार फिर बदलाव के पक्ष में जनता का विश्वास बढ़ा है। जिन लोगों ने अवाम की ज़िन्दगी को तबाह कर रखा है उनकी शिनाख्त अब जनता करने लगी है। आने वाले दिनों में ऐसी ताकतों के बारे में जनता की समझ और भी साफ हो जायेगी। लोकपाल कानून देश में पारित हो गया। कौन नहीं जानता कि कॉरपोरेट घरानों यानी बड़े पूँजीपतियों ने पूरे राजनीतिक तन्त्र को भ्रष्ट कर दिया है, सरकारी परियोजनाओं में ठेके, टेण्डर या पीपीपी प्रोजेक्ट हासिल कर प्राकृतिक संसाधनों व जनता की सम्पत्ति को औने-पौने दाम पर सरकारों से खरीद लिया है, अपने मुनाफे के लिये देश को तबाह कर दिया है। लेकिन कॉरपोरेट को लोकपाल के दायरे में नहीं रखा गया है। कॉरपोरेट को लोकपाल के दायरे में लाने के लिये अखिलेन्द्र द्वारा किए जा रहे उपवास में बड़ी संख्या में हिस्सेदारी करने की अपील लोकतान्त्रिक ताकतों, नागरिक समाज से की गयी।
बैठक को राष्ट्रीय प्रवक्ता व पूर्व आईजी एस. आर. दारापुरी, लाल बहादुर सिंह, प्रदेश संगठन प्रभारी दिनकर कपूर, राजेश सचान, वीरेन्द्र यादव, विवेक यादव, अजीत सिंह यादव, महेश सिंह, राज नारायण मिश्र, अखिलेश दूबे, अजय राय, दिलीप कश्यप, इन्द्रप्रकाश आदि ने सम्बोधित किया।


