छलका शिवपाल का दर्द : (अखिलेश जी) मुझे सीएम नहीं बनना, खून मांगोगे तो खून भी दूंगा
छलका शिवपाल का दर्द : (अखिलेश जी) मुझे सीएम नहीं बनना, खून मांगोगे तो खून भी दूंगा
छलका शिवपाल का दर्द : अखिलेश जी मुझे सीएम नहीं बनना, खून मांगोगे तो खून भी दूंगा
लखनऊ। समाजवादी पार्टी के रजत जयंती समारोह में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल यादव का दर्द छलक पड़ा।
शिवपाल ने कार्यक्रम में कहा,
मुझे सीएम नहीं बनना कभी भी नहीं बनना। जितना त्याग मांगोगे करूंगा, खून मांगोगे खून भी दूंगा।
शिवपाल ने इशारों ही इशारों में अखिलेश को बता दिया कि वह मजबूत इरादों वाले हैं और ऐसे तूफानों से टकराने को हरदम तैयार हैं। उन्होंने कहा-
मेरा कितना भी अपमान कर लेना कितनी बार भी बर्खास्त कर लेना पर मैं पीछे हटने वाला नहीं। पद से व्यक्ति बड़ा नहीं होता। डॉ. राममनोहर लोहिया और महात्मा गांधी के पास कोई पद नहीं था। दोनों ही पूरी दुनिया में अपना स्थान रखते हैं।
शिवपाल ने कहा कि हमने चार साल में अखिलेश को पूरी मदद की है।
शिवपाल ने मंच पर ही अपने विभाग की उपलब्धियां गिनवाईं। उन्होंने कहा पीडब्ल्यूडी और मेरे विभागों में आपके विभागों से कम अच्छा काम नहीं हुआ है। सिंचाई में राजस्व संहिता 26 साल से लागू नहीं हो रही थी। अधिकारियों ने रोड़े लगाए थे, जो काम तीन महीने में होना था उसमें सालों लग रहे थे। दो साल में 40 तहसीलें बनाई। 50 सहकारी में 25 बाक्स बंद हो रही थीं मैंने उसे बचाया।
शिवपाल ने कहा जल संसाधन विभाग में पता कर लेना 3500 तालाब खुदवाए जहां लबालब पानी है।
उन्होंने कहा, हमारे बीच में घुसपैठिए हैं पर उनसे सावधान रहने की ज़रूरत है। चाहे जितना अपमान कर लेना मुझे बर्खास्त कर लेना पर नेता जी का अपमान हुआ तो बर्दाश्त नहीं करेंगे।
उन्होंने कहा मैंने भी बहुत जोखिम लिए है और ख़तरा लिया है।
अखिलेश का नाम लिए बिना शिवपाल ने कहा –
एक दिन मैंने कहा था कि कुछ लोगों को भाग्य से मिलता है, कुछ को मेहनत से। कुछ लोगों ने ज़रा सी चापलूसी कर ली, इन्होंने सरकार का पूरा मज़ा लिया और कुछ संघर्ष करते रह गए। चौटाला को पूरा हरियाणा ताऊजी कहता था। आज संकट में हैं और संघर्ष कर रहे हैं।


