जनता की बुनियादी समस्याओं की उपेक्षा करने वाला बजट
जनता की बुनियादी समस्याओं की उपेक्षा करने वाला बजट
बजट प्रदेश के लिए सर्वनाशकारी ही साबित होने जा रहा
रायपुर। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने भाजपा द्वारा पेश बजट को केन्द्र सरकार की लीक पर चलने वाला तथा कृषि, शिक्षा, स्वास्थ्य व रोजगार के क्षेत्र में आम जनता की बुनियादी समस्याओं की उपेक्षा करने वाला बजट करार दिया है.
पार्टी ने कहा है कि 74000 करोड़ रुपयों के बजट में विभिन्न कल्याणकारी मदों पर चना-मुर्रा की तरह राशि तो आबंटित की गई है, लेकिन पर्याप्त राशि के अभाव में जमीन पर इसका कोई प्रभाव दिखाई नहीं देगा. वैट की दरों में वृद्धि का सीधा असर महंगाई बढ़ने के रूप में दिखाई देगा और प्रति व्यक्ति आय में हुई वृद्धि से बढ़ी क्रय-शक्ति को भी ख़त्म करेगा.
आज यहां जारी एक बयान में माकपा राज्य सचिव संजय पराते ने कहा कि बजट में ऐसी कोई नीतिगत घोषणा नहीं है, जिससे लगे कि पिछले अनुभवों से सबक लेते हुए यह सरकार नव-उदारवादी नीतियों तथा सब्सिडी घटाने की नीति से पलट रही है. इस सरकार का आर्थिक सर्वे बताता है कि अमीर और गरीबों के बीच आर्थिक असमानता बढ़ रही है, फसल उत्पादन में बढ़ोतरी के दावे के बावजूद जीडीपी में कृषि क्षेत्र के योगदान में 2% की गिरावट आई है और बड़ी संख्या में किसान आत्महत्या कर रहे हैं, इसके बावजूद किसानों को लागत मूल्य का डेढ़ गुना समर्थन मूल्य के रूप में देने और बोनस देकर उनकी फसलों को लाभकारी बनाने का कोई प्रावधान नहीं किया गया है. इसी प्रकार, शिक्षा व स्वास्थ्य के क्षेत्र में आउटसौर्सिंग की नीति को पलटने और रिक्त पदों को भरने की चिंता भी सरकार को नहीं है.
माकपा नेता ने कहा कि आम जनता यह देखना चाहती थी कि अपनी चुनावी घोषणाओं को यह सरकार किस तरह लागू करती है, लेकिन इस मायने में यही सरकार पूरी तरह असफल साबित हुई है. उसकी चिंता तो केवल बजट घाटे को जीडीपी के केवल 3% तक सीमित करने की रही है. इसके लिए उसे अपने बांड बेचकर पैसा जुटाने और बजट घाटे को कम करने से भी परहेज नहीं है. लेकिन अमीरों पर टैक्स लगाकर गरीबों की भलाई में लगाने का साहस उसमें नहीं है, बल्कि वह तो इस प्रदेश में कारपोरेटों को यहां के प्राकृतिक संसाधनों को लूटने की खुली छूट ही दे रही है.
पराते ने सरकार के इस दावे की भी खिल्ली उड़ाई है कि सूखे के बावजूद फसल उत्पादन में वृद्धि हुई है. उन्होंने व्यंग्य किया कि अब साकार को बारिश के लिए नहीं, सूखे के लिए यज्ञ करना चाहिए !!!
माकपा ने कहा है कि कुल मिलाकर यह बजट इस प्रदेश के लिए सर्वनाशकारी ही साबित होने जा रहा है.


