जुमलेबाजी की सरकार ने देश को मंदी में धकेला : बादल सरोज
जुमलेबाजी की सरकार ने देश को मंदी में धकेला : बादल सरोज
लखनऊ। भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) की 22 वें जिला सम्मेलन के अवसर एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसका विषय था ‘जुमलेबाजी की सरकार और जनता के बुनियादी सवाल’। संगोष्ठी को मुख्य वक्ता के रूप में सीपीआई(एम) के केन्द्रीय कमेटी सदस्य कामरेड बादल सरोज ने संबोधित किया।
कामरेड बादल सरोज ने नोटबंदी, जीएसटी, कृषि, सेवा, निर्माण जैसे विभिन्न बुनियादी सवालों को उठाते हुए उसकी वर्तमान स्थिति का जिक्र किया तथा इन क्षेत्रों में तरक्की के लिए माकूल सुझाव भी दिये।
कामरेड सरोज ने कहा कि नोटबंदी से कालाधन तो नहीं आया, लेकिन जो कालाधन भारत में मौजूद था, वह सफेद हो गया। जीएसटी से आर्थिक तरक्की तो दूर पूरा मंदी की चपेट में आ गया। यह बात खुद सत्तारूढ़ पार्टी के लोग भी स्वीकार कर रहे हैं। कृषि क्षेत्र का संकट इस तरह गहरा हो गया है कि लोग अपने तमाम खेतों को छोड़कर एक छोटी सी नौकरी की तलाश में लगे हैं। निर्माण व सेवा क्षेत्र में भी ठेकेदारी की व्यवस्था ने तरक्की की मजबूत बुनियाद को खोखला बना रही है। सरकार जनता के बुनियादी सवालों पर अब तक केवल जुमलेबाजी ही करती रही है। इसके प्रतिकार करने के लिए हम सबको एकजुट होकर जागरूक होने की आवश्यकता है। संगोष्ठी को राज्य सचिव मण्डल सदस्य कामरेड मुकुट सिंह ने भी संबोधित किया।
इससे पूर्व दो दिवसीय जिला सम्मेलन की शुरूआत पार्टी प्रतिनिधियों की बैठक के साथ हुई। बैठक में जिला मंत्री प्रदीप शर्मा ने पिछले तीन सालों में पार्टी द्वारा किये गये संघर्षात्मक, संगठनात्मक तथा राजनीतिक आंदोलनों का विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत किया।
संगोष्ठी की अध्यक्षता कामरेड छोटेलाल पाल तथा संचालन जिला मंत्री प्रदीप शर्मा ने किया।


