टोरंटो में भी गूँजा Not in my name
टोरंटो में भी गूँजा Not in my name
Not in my name : टोरंटो में 'विरोध प्रदर्शन
पिछले रविवार को 100 से अधिक पुरुष, महिलाओं व वरिष्ठ नागरिकों ने भारतीय दूतावास के सामने विरोध प्रदर्शन आयोजित किया.
भारत में गौ रक्षकों द्वारा निर्दोषों की हो रही हत्याओं के विरोध में 100 अधिक लोग जमा हुए थे. पिछले कुछ दिनों से भारत में गौ रक्षकों की भीड़ द्वारा हो रही हिंसा के खिलाफ विरोध प्रदर्शन आयोजित किया गया. यह विरोध भारत और दुनिया के अन्य देशो में हो रहे प्रदर्शनों की एक श्रंखला था. यह प्रदर्शन 'नॉट इन माय नेम' द्वारा आयोजित किया गया था.
प्रदर्शनकारी अपने अपने घरों से प्लेकार्ड्स ले कर आये थे जिनपर 'जस्टिस-नो हैट्रेड,' नो मोरकिलिंग इन द नेम ऑफ़ रिलिजियन ,' 'वी लव इंडिया,'वी वांट पीस' जैसे नारे लिखे हुए थे.
'हिंदी एब्रॉड' के फ़िरोज़ खान ने वहां उपस्थित कुछ लोगों से बातचीत की.
श्री अनवर ने बताया कि हम मूल भारतीय हैं और भारत में कुछ लोगों के साथ हो रहे अन्याय से हम सब द्रवित हैं.
रज़िया ने बताया कि गाय की सुरक्षा के नाम पर निर्दोष लोगों की हत्याएं कर देना बहुत ही गलत है.
सईद ने बताया कि हम भारत में शांति चाहते हैं. जब से मोदी जी की सरकार बनी है इस प्रकार की घटनाएं कुछ अधिक ही होने लगी हैं. यह हिन्दू,मुस्लिम का मसला नहीं है बल्कि मानवाधिकार का मसला है.
सलीमभाई, जो ब्राम्पटन से आये थे, ने बताया की एक समय था जब दुनिया में भारत ताज महल के लिए जाना जाता था. आज गौ रक्षकों की भीड़ द्वारा निर्दोषों की हत्याओं के लिए जाने लगा है.
दोपहर 12 बजे शुरू हुआ यह विरोध प्रदर्शन करीब 2 घंटे तक चला.


