डॉ. शैवाल जाना गिरफ्तार

नई दिल्ली। छत्तीसगढ़ के दुर्ग ज़िले में स्थित दल्ली राजहरा के शहीद अस्पताल के प्रमुख चिकित्सक डॉ. शैवाल जाना को कल देर रात पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। शहीद अस्पताल की शुरुआत स्व. शंकर गुहा नियोगी के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ मुक्ति मोर्चा द्वारा किया गया था। अस्पताल आज भी उस इलाके के मज़दूरों द्वारा इकट्ठा किए गए पैसे से चलाया जाता है। डॉ. जाना की यह गिरफ्तारी छत्तीसगढ़ में सोनी सोरी के ऊपर हुए रासायनिक हमले और उसके बाद उनके ही परिवार वालों के साथ हो रही उत्पीड़न की घटनाओं के तुरन्त बाद की घटना है।
यह जानकारी एक मेल के जरिए मानवाधिकार कार्यकर्ता एडवोकेट कामायनी महाबल ने बताया कि डॉ. शैवाल जाना को 1 जुलाई 1992 को भिलाई क्षेत्र में मज़दूरों के एक आंदोलन पर पुलिस द्वारा गोली चलाए जाने से संबंधित एक मुकदमे के सिलसिले में गिरफतार किया गया है। उस दिन (1 जुलाई 1992 को ) डॉ. जाना घायल मज़दूरों और छत्तीसगढ़ मुक्ति मोर्चा के मज़दूर यूनियन के कार्यकर्त्ताओं को चिकित्सा मदद उपलब्ध कराने वाले डॉक्टरों की एक टीम में शामिल थे।
उन्होंने कहा हमारा मानना है कि 24 साल के बाद इस मामले से जोड़कर डॉ. जाना की यह गिरफ्तारी दरअसल भारतीय जनता पार्टी के रमन सिंह सरकार की वैचारिक नफरत से प्रेरित है। हर ऐसे व्यक्ति के प्रति नफरत जो कामगारों, किसानों और आम भारतीय नागरिकों के लोकतांत्रिक अधिकारों के पक्ष में आवाज़ उठा रहे हैं।
इस संबंध में एक ऑनलाइन पिटीशन भी की गई है, आप इस लिंक पर जाकर पिटीशन पर हस्ताक्षर कर सकते हैं -
https://secure.avaaz.org/en/petition/Dr_Raman_Singh_Chief_Minister_Chhattisgarh_Immediate_release_of_DrSaibal_Jana/