नई दिल्ली। तिहाड़ जेल के भीतर एक कैदी पर हमले की खबर है। इस कैदी का नाम फसीह महमूद है और इस पर ‘आतंक’ से जुड़े कई मामले लंबित हैं।
बताया जा रहा है कि फसीह पर यह हमला शुक्रवार की दोपहर जेल के एक कैदी द्वारा परिवार से मिलने के समय किया गया, जिससे फसीह को पैर में चोट आई।
आज जब फसीह को कोर्ट में पेश किया गया तो जज ने फसीह को एम्स में चेकअप के लिए रेफर किया है।
बता दें कि फसीह महमूद को सन 2012 में भारतीय खुफिया एजेंसियों ने सउदी अरब से गिरफ्तार किया था। और इस गिरफ्तारी को ज़्यादातर मानवाधिकार कार्यकर्ताओं ने अवैध बताया था। बल्कि अवैध तरीके से गिरफ्तार किये गये फ़सीह महमूद के प्रत्यर्पण को वैध क़रार देने वाले खुफिया विभाग के अधिकारियों के खिलाफ़ मुक़दमा दर्ज करने की मांग की गई थी।
तिहाड़ जेल प्रशासन के हवाले से एक निजी समाचार चैनल ने खबर दी है कि जेल नंबर दो में बंद हत्या मामले के आरोपी सिमरन ने शुक्रवार शाम फसीह पर हमला किया, जिसमें उसे पैर में चोट आई। फसीह को यहां एक कथित अवैध हथियार कारखाना लगाने के मामले के संबंध में आज व्हील चेयर पर दिल्ली की एक अदालत में पेश किया गया, जहां पर उसने न्यायाधीश को घटना के बारे में बताया।
अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश दया प्रकाश ने तिहाड़ जेल प्रशासन से कहा कि वह इस मामले में उसके समक्ष एक विस्तृत रिपोर्ट पेश करे। सुनवायी के दौरान फसीह के वकील ने अदालत के समक्ष अनुरोध किया कि उसका इलाज एम्स में कराया जाए। अदालत ने पुलिस से कहा कि वह उसे इलाज के लिए एम्स ले जाए।
उधर मानवाधिकार कार्यकर्ता अखलाक अहमद ने भी सूचना दी है कि फसीह महमूद को एम्स के ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया है। फसीह के अधिवक्ता भी महमूद पारचा हैं, जिन्हें हाल ही में एक अंडरवर्ल्ड माफिया द्वारा जान से मारने की धमकी मिली है।