तुम्हारी हार पर पटाखे तो तुम्हारे घर में भी फूटेंगे मोटा भाई
तुम्हारी हार पर पटाखे तो तुम्हारे घर में भी फूटेंगे मोटा भाई
पाकिस्तान बनाने में तुम्हारी बड़ी भूमिका रही है तड़ी पारों
चंचल
बिहार में जा कर बोला, अगर बिहार में हम हारे तो पाकिस्तान में पटाखे छूटेंगे।
जी! पटाखे केवल पाकिस्तान में ही नहीं कई और जगहों पर फूटेंगे। उस हर घर में रोशनी की जायेगी जो मुल्क के अवाम से, समूची इंसानियत से प्यार करते हैं। जिन्हें लोकतंत्र और सामाजिक समरसता से प्यार है।
बिहार के फैसले का खैरमकदम सारी दुनिया करेगी जिन्हें अहिंसा प्यारी है। तुम्हारी हार पर पटाखे तो तुम्हारे घर में भी फूटेंगे। तुम्हारे अपने जिन्होंने तुम्हे बड़बड़ाने के काबिल बनाया उनके दिलों में झाँक कर देखना पटाखे उनके दिलों में भी फूटेंगे। आडवाणी, जोशी, यशवंत और शत्रुघ्न सिन्हा, अरुण शौरी जैसों के दिल में झाँक कर देखना।
क्यों खौफजदा हो ? अपना इतिहास तो देखो। पाकिस्तान बनाने में तुम्हारी बड़ी भूमिका रही है तड़ी पारों। चर्चिल के इशारे पर सावरकर ने दो राष्ट्र का सिद्धांत प्रतिपादित किया। जंगेआजादी के समय जब बापू जिन्ना लियाकत और सोहरावर्दी को मनाने में लगे थे, तुम काली टोपी और चड्ढी चढ़ाये जिन्ना का साथ दे रहे थे।
जिन्ना मुसलमानों को कह रहा था मुसलमानों पाकिस्तान चलो, तो तुम जिन्ना के नारा लगा रहे थे मुसलमानो भारत छोड़ो। उलटे तुमने आरोप लगाया कि गांधी ने मुल्क को बांटा।
इतने बेशर्म रहे हो। अब पटाखे का डर लग रहा है ?


