दलितों पर बढ़ते हमले के खिलाफ माकपा का प्रदर्शन
दलितों पर बढ़ते हमले के खिलाफ माकपा का प्रदर्शन
लखनऊ। देश भर में दलितों पर बढ़ते हमले के खिलाफ भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के राज्य स्तरीय आह्वान पर आज लखनऊ के अम्बेडकर प्रतिमा पर विरोध प्रदर्शन किया गया।
का. मधु गर्ग ने कहा कि
मोदी सरकार के सत्ता में आने के बाद दलितों पर हमले बढ़े हैं, जिस गुजरात मॉडल का ढिंढोरा पीटते थे, वहां मुसलमानों के बाद अब दलितों को निशाना बनाया जा रहा है और इसके खिलाफ प्रतिरोध भी बढ़ा है।
प्रदीप शर्मा ने अपने संबोधन में कहा कि देश में जब से भाजपा की सरकार बनी है तब से आरएसएस और भाजपा के लोग मनुस्मृति के आधार पर देश चलाने में लगे हुए हैं। देश में संविधान के बजाये मनुस्मृति को लागू करने की जबरन कोशिश की जा रही है। इसका पूरे देश में विरोध भी शुरू हो चुका है। अतः अब सत्ता में बैठे लोगों को समझना होगा कि वह अपनी मर्जी से देश नहीं चला पाएंगे। देश संविधान के मुताबिक ही चलाना पड़ेगा।
अन्य वक्ताओं ने कहा कि देश भर में आरएसएस व तमाम हिन्दूवादी संगठनों द्वारा दलितों, आदिवासियों तथा अल्पसंख्यकों को निशाना बनाया जा रहा है। हाल में ये घटनाएं काफी बढ़ी है।
सरकार द्वारा दलितों पर हो रहे इन अत्याचारों को रोकने का भी कोई प्रयास नहीं हो रहा है।
प्रदर्शन कर रहे लोगों ने इन हमलों को तत्काल रोकने की मांग करते हुए दोषियों पर कड़ी कार्यवाही किये जाने की मांग की।
धरने का संचालन माकपा के जिला सचिव प्रदीप शर्मा ने किया।
इसमें वरिष्ठ नेता का. मधु गर्ग, दलित मुक्ति शोषण मुक्ति मंच संयोजक अंजू रावत, भारत की जनवादी नौजवान सभा के राधेश्याम, पीयुष मिश्र, गिरि इंस्टीट्यूट के डॉ. प्रशान्त त्रिवेदी, एडवा की सचिव सीमा राना, सीओआरडी के सयोजक अतहर हुसैन, अनुपम मिश्र, प्रवीण पाण्डेय, जयशंकर, राज सैनी आदि ने सबोधित किया।
CPIM's demonstration against the increasing attacks on Dalits
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