देखें मायावती के इस्तीफे का पूरा सच.. किस दिशा में जा रही है दलित राजनीति...
देखें मायावती के इस्तीफे का पूरा सच.. किस दिशा में जा रही है दलित राजनीति...
देखें मायावती के इस्तीफे का पूरा सच.. किस दिशा में जा रही है दलित राजनीति #GhumtaHuaAaina
राज्यसभा सांसद और बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती ने राज्यसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है. उनका कहना है कि अगर वो 'अपने समुदाय की बात सदन में नहीं रख सकतीं' तो राज्यसभा का सदस्य बने रहने का कोई फ़ायदा नहीं।
दरअसल, मायवती ने उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में दलितों के साथ हुई कथित हिंसा का मुद्दा उठाया था. उन्हें बोलने के लिए तीन मिनट का वक्त दिया गया था. मायावती जब इसके आगे बोलने लगीं तो उन्हें उपसभापति पीजे कुरियन ने रोका. इस पर मायावती नाराज़ हो गईं और उन्होंने कहा कि वो इस्तीफा दे देंगी. और कुछ ही देर बाद मायावती ने अपना इस्तीफा भेज दिया. ऐसे राज्यसभा में मायावती की सदस्यता अगले साल अप्रैल तक थी.
बाद में पत्रकारों से बातचीत में मायावती ने कहा,
"यूपीए और अन्य विपक्ष के नेताओं ने मुझसे अनुरोध किया था कि आप देश और जनहित के मुद्दे पर मज़बूती से अपनी बात उठाती हैं. हमारा अनुरोध है कि आप इस्तीफा न दें."
उन्होंने आगे कहा,
"मुझे कमज़ोर तबके के जो लोग हैं, जो ग़रीब लोग हैं, किसान हैं, मज़दूर हैं और खास तौर से जिस समाज से मैं ताल्लुक रखती हूं, जब उस समाज की बात भी मैं हाउस में नहीं रख पाऊंगी तब मेरा इधर रहने का कोई फायदा नहीं है."
मायावती दलित राजनीति का वो चेहरा रही हैं जो न सिर्फ देश के सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश में जबरदस्त जनाधार हासिल कामयाब रही थीं बल्कि बल्कि उन्होंने अलग-अलग राज्यों में भी दलितों को राजनीतिक रूप से जाग्रत किया।
बाबा साहेब आंबेडकर के बाद कांशीराम ने दलितों के उत्थान को लेकर जो राजनीतिक चेतना फ़ैलाने का काम किया उसे मायावती अब तक आगे बढ़ाती आई हैं। लेकिन पिछले लोकसभा और उसके बाद उत्तर प्रदेश विधानसभा में जिस प्रकार बहुजन समाज पार्टी का जनाधार गिरा है, उससे दलित राजनीति के दम पर सत्ता पाने वाली मायावती सकते में हैं।
भारत की वर्तमान राजनीतिक परिस्थिति में क्या मायावती का संसद से इस्तीफ़ा देना उचित है? क्या दलित राजनीति में अब कई विकल्प मौजूद हैं? विपक्षी एकता क्या मायावती के इर्द गिर्द घूम रही है? ऐसे तमाम सवालो को लेकर आइना में हम आज चर्चा करेंगे और हमारे साथ हैं देशबंधु के ऑनलाइन एडिटर अमलेंदु उपाध्याय।
Producer - DB Live
Category - News & Politics
देशबन्धु के समूह संपादक राजीव रंजन श्रीवास्तव का स्तंभ घूमता हुआ आईना


