देवरिया में जीत को लेकर आश्वस्त हैं अपनी जमीन से बेदखल किए गए कलराज मिश्र
देवरिया में जीत को लेकर आश्वस्त हैं अपनी जमीन से बेदखल किए गए कलराज मिश्र
अंबरीश कुमार
लखनऊ। भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश में टंडन जोशी समेत जिन नेताओं को अपनी जमीन से उखाड़ा है उनमें से एक कलराज मिश्र हैं जो अपने निर्वाचन क्षेत्र देवरिया जाने की तैयारी में जुटे हुए हैं। दोपहर में उनसे उनके गौतम पल्ली स्थित आवास पर बातचीत हुई। वे अपने दर्जी से फोन पर बात कर रहे थे कि आठ दस आधी बांह के कुर्ते बनवाने हैं चुनाव प्रचार के दौरान पहनने के लिए। यह पूछने पर कि क्या यह मोदी का असर है, इस पर कलराज मिश्र का जवाब था- नहीं, आपको पता है मई में चुनाव है और अभी से गर्मी पड़ रही है इसलिए यह इंतजाम कर रहा था। वैसे भी हम तो आधी बांह के कुरते बहुत सालों से पहनते हैं।
- देवरिया में सूर्य प्रताप शाही के विरोध के बीच आप चुनाव लड़ने जा रहे हैं, आपको बाहरी उम्मीदवार कहा जा रहा है ?
— यह सही नहीं है। देवरिया का प्यासी गाँव हम लोगों का पुस्तैनी गाँव है। संघर्ष किया और वहां की जेल में रहा। इसलिए देवरिया में बाहरी नहीं हूँ। देवरिया में जीत का आंकड़ा किस पर निर्भर है ? सभी लोग साथ हैं। पौने दो लाख ब्राह्मण हैं। राजपूत और पिछड़ी जातियों का समर्थन भाजपा को है। योगी आदित्यनाथ उस अंचल के प्रभावी नेता हैं जिनका काफी असर है। दूसरे समाजवादी पार्टी की सरकार और उनके उम्मीदवार बालेश्वर यादव के प्रति नाराजगी भी है। यादव तो तो खुल कर कह रहे हैं कि छोटे चुनाव में नेताजी को वोट दिया बड़े चुनाव में मोदी को देंगे।
कलराज मिश्र की यह टिपण्णी गौर करने वाली है। भाजपा के चुनाव अभियान की कमान संघ परिवार के हाथों में है और किसी बात को ढंग से प्रसारित करने की कला में वे दक्ष भी है। याद होगा कि कुछ साल पहले समूचे देश में गणेश जी ने दूध पिया था। यह इसलिए याद आया कि कई जगह से यह रपट मिल रही है कि यादव बिरादरी ने छोटे चुनाव में नेताजी को वोट दिया और बड़े में मोदी को देने जा रहे हैं। अचानक प्रदेश के एक कोने का यादव दूसरे कोने के यादव से इस मामले में किस तरह एकमत हो गया यह समझना मुश्किल लग रहा है। वैसे भी पूरब का यादव पश्चिम के यादव से जलता है क्योंकि समाजवादी पार्टी का ज्यादा जोर कन्नौज इटावा एटा और मैनपुरी की तरफ ज्यादा रहता है। बहरहाल कलराज मिश्र ने देवरिया के पंडित रामचंद्र शुक्ल कालोनी में एक बाबू साहब का मकान ले लिया है जिसमे बड़ी पार्किंग के साथ गौशाला आदि भी है। वही वे ठहरेंगे। बोले- आप चुनाव कवरेज के लिए आएं तो वहां या कुशीनगर में रुके।
भाजपा में जिस तरह बड़े बड़े नेता अपनी जमीन से उखाड़े जा रहे है उससे कार्यकर्त्ता भी नाराज हैं, इसका असर चुनाव पर भी पड़ेगा ?
नहीं, थोड़ा बहुत चलता रहता है कुछ समय में ठीक हो जाएगा। इस बार मोदी जी को लेकर एक उत्साह है जिसके चलते भाजपा को पूर्वांचल में फायदा होता नजर आ रहा है। सपा सरकार ने ने जिस तरह मुस्लिम तुष्टिकरण किया उसकी नाराजगी के चलते भाजपा का जन समर्थन बढ़ रहा है। तभी देवरिया से आए एक कार्यकर्त्ता ने टिपण्णी की कि कलराज जी के देवरिया से लड़ने की वजह से भाजपा में उत्साह बढ़ गया है। अब यह सीट वीआईपी हो गई है। कलराज मिश्र वरिष्ठ होने के नाते मोदी के मंत्रिमंडल में मंत्री बनेंगे। इस वजह से कलराज मिश्र के प्रति लोगों का रुझान बढ़ रहा है। कार्यकर्त्ता यही नहीं रुका बोला- बाबूजी स्टेशन के सामने मैंने माहौल समझने की कोशिश की। कई लोगों से बात की तो एक ठो अंड बंड जवाब दे रहा था कभी बसपा वाले का नाम ले तो कभी सपा वाले का। तब मैंने नाम पूछा तो जो बताया उससे सब समझ में आ गया। साथ के एक सज्जन ने छूटते कहा- अरे स्टेशनवा के सामने यह तो देवरिया का पकिस्तान कहा जाता है यह शायद अबुबकर नगर कहलाता। यहाँ तो जितने भी बहुसंख्यक रहते हैं सब भाजपा को वोट देते हैं और दूसरे लोग सपा, बसपा को।
बहरहाल कलराज मिश्र देवरिया के कार्यकर्ताओं से संपर्क बढ़ाते जा रहे हैं और जल्द ही एक बड़ी जन सभा नरेंद्र मोदी की देवरिया में कराने की तैयारी में भी जुट गए हैं। वे जो नहीं कहना चाह रहे थे वह समझा जा सकता है। मंदिर आन्दोलन के काफी समय बाद भाजपा को इस बार फिर हिंदुत्व की लहर दिखाई पड़ रही है और हर नेता उसी पर सवार होकर लोकसभा पहुंचना चाहता है। हां जो हिंदू नहीं है उसके लिए मोदी जी का गुजरात का विकास माडल है।
जनादेश न्यूज़ नेटवर्क


