देश भर में आदिवासियों पर हो रहे बर्बर हमलों और जनसंहारों के खिलाफ सड़क पर उतरे बीएचयू के छात्र-छात्राएं और बुद्धिजीवी......

मई दिवस जिंदाबाद

नक्सल उन्मूलन के नाम पर पिछले सप्ताह महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में एक फ़र्ज़ी मुठभेड़ में पुलिस व अर्धसैनिक बलों द्वारा 40 से ज्यादा गरीब व बेकसूर आदिवासियों की हत्या कर दी गयी।मरने वालों में आधे से ज्यादा महिलाएं हैं।वहीं दूसरी तरफ झारखंड के चाईबासा में जंगल मे बसे आदिवासी गाँवों के ऊपर मोर्टार दागे जा रहे हैं।जिसकी वजह से अब तक बहुत से आदिवासियों के घायल होने और अपना गाँव छोड़कर भागने की खबरें आ रही हैं।


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Pratirodh March Varanasiसरकार कह रही है कि ये हमले माओवादियों को खत्म करने के लिए किए जा रहे हैं जबकि सच तो यह है कि माओवाद सिर्फ बहाना है, सरकार देशी-विदेशी कंपनियों के मुनाफे व लूट के लिए पर आदिवासियों को उनके जल-जंगल-जमीन से बेदखल करना चाहती है।ताकि पूंजीपतियों को जमीन व प्राकृतिक संसाधनों का बंदरबाँट करने की खुली छूट मिल जाये।जिसके लिए सरकार व कॉर्पोरेट कंपनियों के बीच सैकड़ों करार हो चुके हैं।

आज का प्रतिरोध मार्च भगत सिंह छात्र मोर्चा,आइसा, स्टूडेंट्स फ़ॉर चेंज,एपवा,भगत सिंह अम्बेडकर विचार मंच और भारतीय समता परिवार द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित किया गया था।

प्रतिरोध मार्च एवं सभा में बीएचयू में हिंदी विभाग के पूर्व अध्यक्ष प्रोफेसर चौथीराम यादव और प्रोफेसर बलराज पांडेय जी भी शामिल रहे और अपनी बातचीत भी रखी। इसके अलावा बहुत से छात्र -छात्राओं और सभी संगठनों के एक-एक प्रतिनिधियों ने भी अपनी बात रखी।सभी लोगों ने एक स्वर में भारतीय राज्य द्वारा अपनी ही जनता के ऊपर छेड़े गए युद्ध का विरोध किया और आदिवासी क्षेत्रों से सेना हटाने और प्राकृतिक संसाधनों की लूट के लिए देशी-विदेशी कंपनियों के साथ किये गए सभी समझौतों और करारों को रद्द करने की माँग की।

कार्यक्रम मुख्य रूप से भगत सिंह छात्र मोर्चा से आकांक्षा आज़ाद, आरती, विश्वनाथ, प्रियांशु, शाश्वत, विनय आइसा से आनंद, विवेक एपवा से कुसुम वर्मा, भारतीय समता परिवार से सुनील कश्यप, अमरेंद्र प्रताप, भगत सिंह अम्बेडकर विचार मंच से सुनील यादव, स्टूडेंट्स फ़ॉर चेंज से स्वाति और ढेर सारे छात्र-छात्राएं, बुद्धिजिवी व आम नागरिक भी शामिल रहे।

(हेमंत कुमार के फेसबुक वाल से साभार

हेमंत कुमार "जाति उन्मूलन मोर्चा" नामक एक सामाजिक संस्था संचालित करते हैं, मैकेनिकल इंजीनियरिंग से एम टेक किया है ।)

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