पेरियार जयंती पर परिचर्चा
अयोध्या। दक्षिण भारत में तमिलनाडु के ई वी रामासामी पेरियार एक ऐसे महापुरुष थे जिन्होंने सनातन हिन्दू धर्म के समस्त पाखंडों पर कड़ा प्रहार किया। उन्होंने इस धर्म के देवी देवताओं, भाग्य भगवान को पूरी तरह से खारिज किया। वे चाहते थे कि मानव जाति सहजीवन जीने का प्रयास करे। मानव एकता मंच ने आज उनके जन्म दिवस पर गोष्ठी का आयोजन किया, जिसमें उनके कृतित्व और पैगाम को आगे बढ़ाने का संकल्प भी लिया गया।
परिचर्चा के अध्यक्षीय भाषण में चिश्ती सद्भावना से सम्मानित युगलकिशोर शरण शास्त्री ने कहा कि पेरियार साहब के जीवन और कृतित्व को जमीन पर उतारने की जरूरत है। भारत बहुजातियों का देश है इसलिए जातीय आधार पर जुल्म भी हुए हैं, इसलिए जातीय जनगणना का खुलासा करते हुए उसी के अनुपात मे सरकारी एव गैर-सरकारी नौकरियों मे सभी जतियों को आनुपातिक हिस्सेदारी दी जाये। उन्होंने न्यायपालिका के मनुवादी सोच के तहत दिये जा रहे फैसले पर दुख व्यक्त किया।
सामाजिक कार्यकर्ता अनिल वर्मा ने कहा कि आर एस एस जैसे तमाम संगठनों पर रोक लगनी चाहिए। यह संगठन अपने बम ब्लास्ट के जरिये आतंकी कार्यवाई करके देश को विभाजन कि राह पर ले जा रहा है।
मानव एकता मंच के जिला संयोजक अवनीश कुमार पप्पू ने कहा कि इलेक्ट्रानिक और प्रिंट मीडिया बहुजनों पर जुल्म ढाने मे सहायक हुआ है, मीडिया में आरक्षित वर्गों की समुचित भागीदारी मिलनी चाहिए। उन्होंने कहा कि दैनिक जागरण अखबार वर्षों से बहुजनों व अल्पसंख्यकों के खिलाफ मुहिम चला रहा है। इसके जुल्म के खिलाफ हम लोगों को एकजुट होना चाहिए।
सामाजिक कार्यकर्ता विनोद आनंद ने कहा कि पूरे देश मे वर्ण व्यवस्था और छुआ छूत पूरी तरह से रोक लगनी चाहिए। उन्होंने आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि 6दिसंबर 92 की घटना मे किसी को सज़ा नहीं हुई जबकि अधूरे मामले मे याक़ूब को फांसी दे दी गयी। उन्होंने मनुवादी न्यायपालिका पर अफसोस जाहिर किया। न्यायपालिका और सरकार हिन्दुत्ववादी आतंकवादियों को सजा देने मे अक्षम साबित हुई हैं। हमें इसके खिलाफ जागरूकता पैदा करना होगा।
सर्वसम्मति से गोष्ठी में प्रस्ताव पारित कर देश में मुस्लिम युवकों को फर्जी आतंकवाद मे फंसाए जाने की भर्त्सना की गयी। लक्ष्मणपुर बाथे दलित संहार, हाशिमपुरा मामले में जांच कराकर फास्ट ट्रेक कोर्ट से त्वरित सुनवाई करने की मांग की गयी।
इस अवसर पर दैनिक जागरण का सामूहिक तौर पर बहिष्कार करने का निर्णय लिया गया। इस मौके पर मनुवादी अखबार जागरण का दहन किया गया। गोष्ठी को राजेश श्रीवास्तव, मकरन्दी भारतीय, सुरजीत कुमार रावत,एडवोकेट आलोक निगम, मौलाना शफीक, विनय यादव,अमित फैजी,संतोष यादव,प्रमोद वर्मा, रामानन्द मौर्य,मुजम्मिल फिदा, तरुण चौधरी ने संबोधित किया।