पत्थर फेंको, विधायक तोड़ो के बाद विरोधी दलों के दफ्तरों पर कब्जा-लूटपाट-अपहरण कार्यक्रम
पत्थर फेंको, विधायक तोड़ो के बाद विरोधी दलों के दफ्तरों पर कब्जा-लूटपाट-अपहरण कार्यक्रम
माकपा कार्यालय पर लूटपाट पुलिस व योगी सरकार की मिलीभगत - रणधीर सिंह सुमन
बाराबंकी। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर पत्थर फेंकने और देश भर में विरोधी दलों के विधायकों को तोड़ने के बाद अब मोदी-योगी सरकार में विरोधी दलों के कार्यालयों के ऊपर कब्जा करवाकर लूटपाट व अपरहण जैसे कार्य पुलिस के संरक्षण में शुरू हो गए हैं।
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी दफ्तर पर बीती शनिवार की रात्रि गुंडों ने लुटपाट करते हुए जमकर उत्पात मचाया। वहां मौजूद कार्यालय सहायक का अपरहण कर बिल्डिंग को अपने कब्जे में लेकर गिराने का कार्य किया गया। पुलिस की मिलीभगत से गुंडे पूरी रात कार्यालय में रखे सामान, महत्वपूर्ण कागजातों समेत वहा कार्यालय सहायक को भी साठ-गाठ कर बंधक बना लिया गया।
मामला शनिवार की शाम का है, जहां पहले फिल्मी अंदाज में कार्यालय पहुचे दबंगों ने कार्यालय सहायक रामेश्वर प्रसाद यादव को बंधक बनाया। बाद में पुराना निब्लेट तिराहा स्थित एक मकान में बंधक बनाकर कैद कर दिया गया, जिसके बाद रविवार की भोर में बंधक रामेश्वर को छोड़ दिया गया। जब वापस कार्यालय पहुचे सहायक ने देखा तो कार्यालय तहस-नहस हो चुका था।
रविवार की सुबह नगर कोतवाली शिकायत करने पहुंचे पीड़ित से पहले ही आरोपी रुपेश सोनी अपने अन्य साथियों समेत नगर कोतवाली पुलिस की खुशामद मे जुटा हुआ था। पीड़ित की न तो अपरहण करने की रिपोर्ट दर्ज की गयी।
कम्युनिस्ट कार्यकर्ता के साथ हुई घटना से आये उबाल ने की आन्दोलन की तैयारी जब पीड़ित ने लगायी मुख्यमंत्री से गुहार
माकपा जनपद बाराबंकी के कार्यालय सहायक रामेश्वर प्रसाद यादव का अपरहण कर कार्यालय में रखे सामान व बिल्डिंग को गिराने के मामले में नगर कोतवाली पुलिस द्वारा कोई कार्यवाही न किये जाने से आहत पीड़ित ने प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से न्याय की गुहार लगाते हुए दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्यवाही की मांग की है।
आरोपी समेत 14 अन्य पर पूर्व में दर्ज हो चुका है धोखाधड़ी का मुकदमा
दबंगों द्वारा कार्यालय सहायक को बंधक बनाकर किये गए अपरहण के बाद डायल 100 पर दबंगो के उत्पात की सूचना दी गयी। मौके पर पहुंची पुलिस आरोपियो को भैया बाबू करती हुई दिखाई दी।
कार्यालय सहायक रामेश्वर प्रसाद यादव द्वारा पूर्व में थाना नगर कोतवाली पर आरोपी रूपेश सोनी समेत 14 अन्य लोगों पर कार्यालय पर कब्जा करना व जालसाजी कर कार्यालय की ट्रस्ट भूमि को फर्जी तरीके से बैनामा कराये जाने के मामले में लगभग 5 माह पूर्व ही मुकदमा दर्ज कराया गया था।
पुलिस के संरक्षण में गिराया गया माकपा कार्यालय
क्या है पूरा मामला
आरोपी की खुशामद में दिखाई दी नगर कोतवाली पुलिस रात भर पुलिस के संरक्षण में चले बिल्डिंग गिराने के मामले में सुबह उच्चाधिकारियों को लगातार फोन पर सूचना दिए जाने के बाद भी नगर कोतवाली पुलिस मौके पर नहीं पहुची। दिन के लगभग 1 बजे अपर पुलिस अधीक्षक को पार्टी राज्य कौसिल सदस्य रणधीर सिंह सुमन द्वारा पूरे मामले की जानकारी देने पर आनन फानन में पहुंची पुलिस ने किसी भी दबंग को गिरफ्तार नहीं किया। मौके पर काम बंद कराने के नाम पर केवल लीपा-पोती करती रही।
योगी सरकार में विरोधी दलों के कार्यालयों के ऊपर कब्जा करवाकर लूटपाट व अपरहण जैसे कार्य पुलिस के संरक्षण में शुरू हो गए हैं जिसकी भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने घोर निंदा की है।
पार्टी के राज्य परिषद् सदस्य रणधीर सिंह सुमन ने कहा कि जिस तरह से कल मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के बाराबंकी कार्यालय को गिराया गया है और लूटपाट की गयी है, वो भारतीय लोकतंत्र के इतिहास में एक काला धब्बा है। दफ्तर गिराने वाला व्यक्ति पुलिस की आव-भगत में बैठा हुआ था। अपरहण से लेकर की गयी लूटपाट पुलिस की मिली भगत व योगी सरकार के इशारे पर हो रही है। जिसके बाद जनपद समेत प्रदेश में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी बड़े पैमाने पर आन्दोलन चलायेगी।
धनोखर चौराहा स्थित फोटो वाली गली में सन 1962 से माकपा का कार्यालय उक्त बिल्डिंग में स्थित है। यह ट्रस्ट की भूमि है। फर्जी तरीके से कराएए गए बैनामे के बाद कार्यालय पर कब्जा करने पहुचे दबंगों ने कार्यालय पर कब्जा करते हुए बिल्डिंग को तहस-नहस कर गिरवा दिया।
अखिल भारतीय नौजवान सभा जिला महामंत्री पंडित प्रत्यूश कान्त शुक्ल ने माकपा कार्यालय पर गुंडों द्वारा किये गए कब्जे के प्रयास पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि ऐसे कृत्यों की घोर निंदा की जाती है। जब प्रदेश में विपक्ष के कार्यालय ही सुरक्षित नहीं है तो आम जन की सुरक्षा की उम्मीद भी लगाना गलत है? पार्टी कार्यालय पर जो कब्जा करने का प्रयास किया गया है वो अपराध है। और पुलिस को जल्द से जल्द कार्यवाही करनी चाहिए।


