पत्रकार प्रसून लतांत को बिहारी अस्मिता सम्मान
पत्रकार प्रसून लतांत को बिहारी अस्मिता सम्मान
सज्जन कुमार गर्ग
पटना। जनसत्ता हिन्दी दैनिक के वरिष्ठ पत्रकार प्रसून लतांत को पटना के श्री कृष्ण मेमोरियल हॉल में लोकप्रिय टीवी धारावाहिक महाभारत में भीष्म पितामह का किरदार निभानेवाले चर्चित अभिनेता मुकेश खन्ना ने बिहारी अस्मिता सम्मान से सम्मानित किया गया। यह सम्मान उन्हें पत्रकारिता के क्षेत्र में उनकी विशिष्ट उपलब्धियों के लिये प्रदान किया गया। यह सम्मान समारोह बिहारी खबर हिन्दी साप्ताहिक और बिहारी हेल्प लाइन द्वारा आयोजित किया गया था। यह सातवां सम्मान समारोह था। इस अवसर पर बिहार की मिट्टी की शान बढ़ाने वाले अन्य लोगों को भी विभिन्न क्षेत्र में उपलब्धियाँ हासिल करने वाले लोगों को भी दिया गया। इनमें समाजसेवी गुरमित सिंह, समाजसेवी अकबर हुसैन, साहित्यकार विवेकानंद तिवारी, डॅा अखिलेश कुमार सिंह, लोकगायक गजाधर ठाकुर, संजय कुमार संजीव, नीलेष प्रसाद, ऋषभ राकेश, राजीव कुमार, अखिलेश कुमार श्रीवास्तव, श्रवण कुमार, संजीव कुमार, अनिल कुमार, मनीश कुमार, अमरदीप झा गौतम, ओमप्रकाश भारद्वाज उर्फ पुट्टू, शैलेन्द्र कुमार जायसवाल, डॉ. आलोक कुमार, कृष्णा प्रसाद, डॉ. संजय पंकज, डॉ. धर्मेन्द्र कुमार, को भी बिहारी अस्मिता सम्मान से श्री खन्ना ने सम्मानित किया।
सम्मान समारोह में अपने उद्गार व्यक्त करते हुए पत्रकार प्रसून लतांत ने कहा कि आज बिहार को बदनाम किया जा रहा है। उन्होंने अपने अनुभव को साझा करते हुए कहा कि जब वे चंडीगढ़ में जनसत्ता में काम रहे थे तो बिहार को तरह- तरह से बदनाम किया जा रहा था। इसके संदर्भ में मेरा प्रतिउत्तर था कि गुरूगोविन्द सिंह बिहार की धरती से ही हैं, जिन्होंने बिहारी अस्मिता का परचम पूरे देश में लहरया। उन्हें यह जानकर प्रसन्नता हुई कि इस वर्ष का कार्यक्रम खालसा पंथ के संस्थापक और सिख्खों के दसवें गुरू गुरूगोविन्द सिंह को समर्पित किया गया है। हर बिहारी का फर्ज है बिहारी अस्मिता की रक्षा करना।
इस कार्यक्रम का उद्घाटन चर्चित अभिनेता मुकेश खन्ना, बिहार सरकार के कला संस्कृति मंत्री विनय बिहारी, विधायक दिलमणि देवी, निषिकांता, आयोजन समिति के अध्यक्ष अश्विनी कुमार सिंह ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। इस अवसर पर स्मारिका का विमोचन किया गया।
समारोह को संबोधित करते हुए कला संस्कृति मंत्री विनय विहारी ने कहा कि नफरत और भेदभाव की खाई को पाटकर बिहारी अस्मिता की शान को बढ़ाया जा सकता है। वे देश के पहले कलासंस्कृति मंत्री हैं जो गायक और अभिनेता दोनों हैं और कला के मर्म को समझते हैं। उन्होंने कई गानों के मुखड़ों को भी सुनाया। कार्यक्रम का आरंभ गणेश वंदना से हुआ। इस अवसर वंदे मातरम् की मनमोहक प्रस्तुति प्रस्तुत की गयी, वहीं पटना साहिब गुरूद्वारा से आये ग्रंथियों ने गुरूवाणी का पाठ किया। इसके पश्चात् चर्चित पार्श्वगायिका इंदू सोनाली ने गीत का सरगम छेड़ा तो लोग भाव विभोर हो गए। वहीं दिल्ली से पधारे गजाधर ठाकुर ने भोजपुरी गीतों के माध्यम में माटी की सोंधी खुशबू बिखेरी। वहीं हास्य कलाकार सत्येन्द्र सिंह दूरदर्शी ने व्यवस्था की विसंगतियों पर करारा व्यंग्य किया और दर्शकों को हास्यरस से लोट-पोट कर दिया। अध्यक्षीय उद्गार व्यक्त करते हुए आयोजन समिति के अध्यक्ष अश्विनी कुमार सिंह ने कहा कि बिहार का विकास बिहारियों के संगठित प्रयास से ही मुमकिन है। कार्यक्रम का संचालन रविरंजन ने किया। इस मौके पर आयोजन समिति के कार्यकारी अध्यक्ष शिवेन्द्र नारायण सिंह, ब्रजकिशोर सिंह पत्रकार कुमार कृष्णन, मदद फाउंडेशन के फिरोज सहित राजधानी पटना की कई जानी मानी हस्तियों ने हिस्सा लिया और इस आयोजन को यादगार बनाया।


