पिछड़े मुसलामानों को आरक्षण दिलाने के लिए उदितराज मैदान में
पिछड़े मुसलामानों को आरक्षण दिलाने के लिए उदितराज मैदान में
इण्डियन जस्टिस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. उदित राज अब पिछड़े मुसलामानों को आरक्षण दिलाने के लिए मैदान में कूद गए हैं. रविवार को डॉ. उदितराज लखनऊ के चारबाग स्थित रवीन्द्रालय, में आयोजित इन्डियन जस्टिस पार्टी के पिछड़े एवं अति पिछड़े वर्ग के सम्मेलन में बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित थे।
उन्होंने कहा कि बसपा, सपा और भाजपा समेत सभी राजनीतिक दलों को परख चुकी उत्तर प्रदेश की जनता नया विकल्प चाहती है। हमें मिलजुलकर जनता की इन्हीं उम्मीदों को पूरा करना है। इसके लिए संगठन को और मजबूत बनाने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि समाज में हो रहे दिन-प्रतिदिन कुकृत्य से जनता का मन भर चुका है। जनता एक अच्छा शासन चाहती है। डा. उदितराज ने कहा कि हम पिछले कई सालों से दलित, अति दलित, पिछड़ा, अति पिछड़ा और मुसलमान को उनके अधिकार दिलाने के लिए लड़ते आये हैं और हमारी लड़ाई आगे भी जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि बाबा साहेब ने कहा था कि लोकतंत्र में अधिकार मांगने से नहीं छीनने से मिलता है । हमारे लोग इसके प्रति जागरूक हो गये हैं।
सम्मेलन की अध्यक्षता करते हुए सामाजिक कार्यकर्ता भानुप्रताप सिंह ने कहा कि यूपी सरकार की गलत नीतियों और अपने मौलिक अधिकारों से वंचित वर्ग की सुधि लेने वाला कोई नहीं है। सरकार अपनी दिन-प्रतिदिन हो रहे घोटालों, अपराध और भ्रष्टाचार की लीपापोती करने में व्यस्त है और समाज से कोई लेना देना नहीं है।
सम्मेलन के विशिष्ट अतिथि भारतीय लोक क्रांति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष रघु ठाकुर ने कहा कि हम कोई भी लड़ाई अकेले नहीं लड़ सकते हैं। हम सबको साथ मिलकर लड़ना होगा।
सम्मेलन के संयोजक इंजपा के राष्ट्रीय महासचिव चन्द्रपाल सिंह ने कहा कि सम्मेलन का आयोजन उत्तर प्रदेश में सुशासन लाने की कवायद है और इससे एक नई दिशा तय होगी। उन्होंने कहा कि हमारे देश में 35 से 40 प्रतिशत आबादी पिछड़े लोगों की है, उन्हें अपना अधिकार पहचानना होगा। सम्मेलन के फैसले से अवगत कराते हुए इंजपा के प्रदेश महासचिव इसरार उल्ला सिद्दीकी ने कहा कि संविधान की धारा 341 के तहत पिछड़े मुसलमानों को 8.5 प्रतिशत आरक्षण दिलाने के लिए इंजपा दलित, अति पिछड़ा, अति दलित एवं अल्पसंख्यकों के साथ मिलकर पूरे प्रदेश में धरना प्रदर्शन आयोजित करेगी।
इस अवसर पर इंजपा के प्रदेश अध्यक्ष कालीचरण सोनकर, राष्ट्रीय महासचिव राहुल भारती, सीपी सिंह, मीनू तिवारी, सारिका चौधरी, राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रभुशंकर शुक्ल, महिला प्रकोष्ठ की अध्यक्ष वंदना चतुर्वेदी समेत कई प्रमुख वक्ताओं ने अपने विचार प्रकट किये।


