नई दिल्ली। पत्रकारों पर लगातार बढ़ रहे हमलों के खिलाफ आज प्रेस क्लब के प्रांगण में 'प्रेस फ्रीडम' नामक पत्रकार संगठन की आपात बैठक बुलाई गयी।

बैठक में उपस्थित पत्रकारों ने इस बात पर गंभीर चिंता जताई कि पत्रकारों पर जानलेवा हमलों और पुलिस द्वारा अभद्र व्यवहार की घटनाओं में लगातार इजाफा हो रहा है। पत्रकारों ने अपना एजेंडा साफ करते हुए मांग की है कि मिड डे के दिवंगत पत्रकार ज्यातिर्मय डे एवं अन्य पत्रकार जिनकी हत्याएं हुई हैं उनके परिजनों को एक करोड़ रुपये मुआवजा दिया जाए। उन्होंने मांग की है कि जिन पत्रकारों को जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं उन्हें बिना जांच की औपचारिकता पूरी किए रिवाल्वर के लाइसेंस दिए जाएं और ऐसे पत्रकारों जिनकी हत्या हो गई है उनके एक आश्रित को सरकारी नौकरी दी जाए।
बैठक में सर्व श्री अजय कुमार, अवतार नेगी, बालाचंद्रन, शैलेंन्द्र धर, भानु प्रतापनारायण मिश्र, अमलेन्दु उपाध्याय और शाह आलम ने कई प्रस्ताव रखे।

बैठक में दिल्ली पुलिस के उत्पीडऩ के शिकार पत्रकार कपिल शर्मा भी मौजूद थे.

शाहआलम, ऋषि कुमार सिंह, कपिल शर्मा, महताब आलम, शारिक हैदर नकवी, शिवेन्द्र स्वामी, मनोज पाठक, बिपीन कुमार तिवारी, दिलीप कुमार सिंह, राकेश रमन, बसंत लेघा, वीरेन्द्र सैनी, संदीप नील आदि ने भी बैठक में भाग लिया.