प्रो. लाल बहादुर वर्मा को प्रथम ‘शारदा देवी शिक्षक सम्मान’
प्रो. लाल बहादुर वर्मा को प्रथम ‘शारदा देवी शिक्षक सम्मान’
Noted historian Prof. Lal Bahadur Verma will be awarded by Sharda Devi Teacher Award
इलाहाबाद, 17 दिसम्बर 2015। इस वर्ष प्रथम ‘शारदा देवी शिक्षक सम्मान’ प्रो. लाल बहादुर वर्मा, प्रख्यात इतिहासविद तथा लेखक को प्रदान दिया जा रहा है। यह सम्मान राष्ट्रीय स्तर पर हर वर्ष ऐसे शिक्षक को दिया जाता है जो सामाजिक सरोकारों में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हों और कक्षा की पढ़ाई के साथ समाज निर्माण में सक्रिय हों।
यह सम्मान बरेली जिले में कार्यरत रहीं प्रधानाध्यापिका शारदा देवी के नाम पर दिया जाता है, जिन्होंने अपना पूरा जीवन बालिकाओं की शिक्षा के लिए समर्पित कर दिया। उन्होंने अनगिनत लड़कियों को पढ़ाने और अपने पैरों पर खड़ा करने के लिए हरसंभव प्रयास किया। शिक्षा के क्षेत्र में विशेष योगदान के लिए उन्हें राज्यपाल पुरस्कार से दिया गया। मात्र 53 वर्ष की उम्र में कैंसर से जूझते हुए वे जिंदगी को अलविदा कह गयीं।
प्रो. लाल बहादुर वर्मा को सम्मानित करने प्रसिद्ध अर्थशास्त्री प्रो. कमल नयन काबरा दिल्ली से आ रहे हैं। इस अवसर पर पूर्व आईपीएस और साहित्यकार विकास नारायण राय तथा आन्जनेय कुमार सिंह, आईएएस भी आ रहे हैं।
कार्यक्रम की अध्यक्षता इलाहाबाद विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. ए. सत्यनारायण करेंगे।
शारदा देवी जी के क्षेत्र के दस शिक्षक और शिक्षिकाएं इस कार्यक्रम में शिरकत करने बरेली से आ रहे हैं।
यह सम्मान पाने वाले प्रो. लाल बहादुर वर्मा कर्मठ और ऊर्जावान शिक्षक हैं, उनके लेखन, जीवट और लगन से युवाओं की कई पीढियां तैयार हुईं, जिन्होंने खुद को समाज निर्माण में लगा दिया। तार्किक समाज निर्माण में उनका अतुलनीय योगदान है। तीन सदस्यीय निर्णायक समिति, जिनमे डा. प्रणय कृष्ण, डा. संजय श्रीवास्तव और डा. मो. आरिफ शामिल हैं, ने इस सम्मान के लिए सहर्ष प्रो. लाल बहादुर वर्मा का नाम प्रस्तावित किया।
इस अवसर पर शिक्षा के सामाजिक सरोकारों पर प्रो. कमल नयन काबरा का एकल वक्तव्य भी आयोजित है। इस कार्यक्रम का आयोजन शारदा देवी ट्रस्ट कर रहा है। शारदा देवी ट्रस्ट होनहार वंचित छात्रों को छात्रवृत्ति भी देता है।


