भारत में बढ़ रही है समय पूर्व जन्मे बच्चों की संख्या, इनकी 'लव लाइफ' हो सकती है प्रभावित
भारत में बढ़ रही है समय पूर्व जन्मे बच्चों की संख्या, इनकी 'लव लाइफ' हो सकती है प्रभावित
समय पूर्व जन्मे बच्चों की 'लव लाइफ' हो सकती है प्रभावित Prem-Born Children's 'Love Life' can be affected
नई दिल्ली, 16 जुलाई 2019. एक नए शोध में शोधकर्ताओं ने पाया है कि जो बच्चे समय से पहले जन्म (born preterm) ले लेते हैं, उनमें रोमांटिक होने, यौन संबंध बनाने और पितृत्व सुख प्राप्ति की संभावना उचित समय पर जन्म लेने वाले बच्चों की तुलना में कम होती है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की एक हालिया रिपोर्ट के अनुसार, भारत समय से पहले जन्म लेने वाले बच्चों के मामले में अग्रणी देश है, जहां शिशु 37 सप्ताह के गर्भ से पहले पैदा होते हैं और यह संख्या बढ़ रही है।
सामाजिक रिश्ते स्वास्थ्य, कल्याण और जीवन की गुणवत्ता के महत्वपूर्ण निर्धारक होते हैं। हालांकि समय पूर्व जन्मे या जन्म के समय कम वजन और सामाजिक रिश्तों के अनुभवों के बीच संबंधों के बारे में परस्पर विरोधी निष्कर्ष हैं। लेकिन जामा नेटवर्क ओपन पत्रिका में छपे शोधपत्र “Association of Preterm Birth and Low Birth Weight With Romantic Partnership, Sexual Intercourse, and Parenthood in Adulthood : A Systematic Review and Meta-analysis” के अनुसार, 44 लाख प्रतिभागियों पर किए गए अध्ययन से पता चलता है कि जो लोग समय से पहले जन्मे, उनमें रोमांटिक संबंध बनाने की संभावना 28 प्रतिशत कम मिली। इसके अलावा ऐसे लोगों में अन्य साधारण लोगों की अपेक्षाकृत माता-पिता बनने की संभावना भी 22 प्रतिशत कम पाई गई।
वारविक विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने कहा,
"समय से पहले जन्म लेना कुछ हद तक शर्मीले स्वभाव, समाज से दूरी के अलावा किशोरावस्था में जोखिम लेने की कम संभावना से जुड़ा हुआ है।"
विशेषज्ञों ने कहा कि समय से पूर्व जन्मे बच्चों को उनके स्कूल से लेकर माता-पिता द्वारा कम उम्र में ही सामाजिक संबंधों के लिए प्रोत्साहित करने की जरूरत है, जिससे जब वह किशोरावस्था में कदम रख रहे होंगे तो उन्हें किसी से मिलने-जुलने और सामाजिक होने में मदद मिल सकेगी।
समय पूर्व जन्म या कम जन्म का वजन (पीटी / एलबीडब्ल्यू) के चलते विकलांगता, तंत्रिका संबंधी पहचान में कमी, सीखने में कठिनाई और मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं के लिए जोखिम बढ़ सकता है।
एक अध्ययन में कहा गया है कि ऐसे बच्चों के पोषण और अन्य संबंधित बीमारी के बारे में बहुत सावधानी बरतनी चाहिए।
समय से पहले पैदा हुए युवाओं को अपने जीवन में सामाजिक चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है, जो उनके रोमांटिक रिश्तों और बच्चे पैदा करने को प्रभावित कर सकता है।


