लखनऊ 14 मई 2017

आज लखनऊ में “संविधान बचाओ देश बचाओ अभियान” के सदस्यों ने सहारनपुर कांड पर उत्तर प्रदेश सरकार के खिलाफ धरने का आयोजन किया, जिसमें छात्र युवा और सामाजिक संगठनो के ज़िम्मेदार शामिल हुए!

पदाधिकारियों में प्रदीप शर्मा ने कहा कि बीते हफ्ते से सहारनपुर जल रहा है, दलित पर संगठित तरीके से दबंगों ने हमला कर महिलाओ तक को धारदार हथियार से जानलेवा हमला किया है, लेकिन डॉ बीआर अम्बेडकर के नाम पर ड्रामा करने वाली भाजपा चुप है और दलित पर हमलावर को पुलिस का संरक्षण मिला हुआ है!

एसबीडीबीए के नेता जगदीश्वर पटेल ने कहा कि यह इंसानियत को शर्मसार करदेने वाली घटनाये है, बाबा साहेब अम्बेडकर जिन्होंने भारत को संविधान दिया उनके लोग ही आज भारत में महफूज़ नहीं है सहारनपुर सहित पूरे देश में गौरक्षको के ज़रिये धार्मिक अल्पसंख्यक पर हमले, हत्याए आम चुकी है जिसपर सरकार आँख मूंदे बैठी है, लेकिन संविधान के रखवाले भारत के नागरिक बैठ नहीं सकते, दलित और मुसलमानों की हत्याएं हुकूमत बंद कराये इस लिए सड़क पर आना तय किया गया है!

अमीक जामेई ने कहा कि उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था बाद से बदतर होती जा रही है यहाँ तक कि संघी दंगाई आई पी एस अफसर तक को नहीं बख्श रहे हैं, पुलिस आरएसएस के दबाव में काम कर रही है, सहारनपुर में जातीय टकराव में दलितो को मुआवजा मिले और पूरे कांड की न्यायिक जाँच हो, और हम सरकार को बता देना चाहते है भीम सेना के कैडरों को परेशान न किया जाये और उनपर जो केस दर्ज हैं, उसे योगी सरकार वापस ले!

रिहाई मंच के प्रवक्ता राजीव यादव ने धरने को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश स्तर पर सहारनपुर और गौ रक्षकों के ज़रिये हमले के खिलाफ विधिवत आन्दोलन तय होना चाहिए, रिहाई मंच के प्रवक्ता ने कहा की हुकूमत भीम सेना के नेता चंद्रशेखर आज़ाद को नक्सली कनेक्शन में फंसाना चाहती है, यह लगता है कि जहां सरकार दबंग कानून तोड़ने वालों को बचा रही है वहीं वह मजलूम दलितों की आवाज़ को कुचलने का भी काम कर रही है!

वरिष्ठ अधिवक्ता रणधीर सिंह सुमन ने कहा की पूरे देश में पूरे प्रदेश हिन्दू राष्ट्र बनाने की क़सम कहने वाली हुकूमत पूरे जलाल में है जहाँ वह दलित पिछड़ों को उनका वोट लेने में कामयाब रही उसने उनसे कहा था कि वह हिन्दू है लेकिन इन ब्राह्मणवादी सरकार ने अपने मनसूबे ज़ाहिर कर दिए कि आखिर वह सिर्फ सवर्णों की पार्टी है और सर्वहारा को अपने चरणों में बिठाना चाहती है।

कार्यक्रम को रिहाई मंच के अनिल यादव, भागीदारी आन्दोलन के राष्ट्रीय अध्यक्ष पीसी कुरील, भाकपा माले के राजीव गुप्ता, एसएन कुशवाहा, जन एकता मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष डी के यादव युवा नेता सुखपाल यादव, उपेन्द्र यादव, चंदौली, पसमांदा महाज़ के प्रदेश अध्यक्ष वसीम राईन , पिछड़ा समाज महासभा, राष्ट्रीय अध्यक्ष एहसानुल हक मलिक, एससीबीसी फोरम के राष्ट्रीय अध्यक्ष, प्रेम सिंह पहाडी जेएनयू के पूर्व छात्र अनूप पटेल, भूमिका कक्कड़, फहीम आज़मी, अब्दुल्लाह जमाली, सादिक अहमद ने संबोधित किया, आयोजको ने 21 मई को लखनऊ में आन्दोलन व जनसंघर्ष को आगे बढाने के लिए वर्किंग ग्रुप की मीटिंग बुलाई है जिसमे अन्य सामजिक दलों को साथ लेके रणनीति तय की जायेगी