मप्र में किसानों की आत्महत्या के बाद आंदोलन फिर तेज
मप्र में किसानों की आत्महत्या के बाद आंदोलन फिर तेज
3 farmers commit suicide in MP within 24 hours
मध्य प्रदेश में जहां एक तरफ किसानों का आंदोलन जारी है...वहीं दूसरी ओर किसानों की आत्महत्या के मामले भी थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। पिछले 24 घंटों में तीन किसान खुदकुशी कर चुके हैं।
खुदकुशी करने वाले किसानों में सीहोर जिले के रहने वाले दुलचंद, होशंगाबाद के माखनलाल और एक किसान विदिशा का रहने वाला था।
बताया जा रहा है कि होशंगाबाद जिले के सिवनी मालवा गांव में कर्ज में दबे एक किसान ने मंगलवार सुबह पेड़ से लटककर आत्महत्या कर ली।
ग्रामीणों के अनुसार किसान कर्ज से परेशान था और कई बार टुकड़ों-टुकड़ों में अपनी जमीन बेच चुका था। किसान के पास पहले 15 एकड़ जमीन थी, जो अब मात्र 2 से 3 एकड़ ही रह गई थी।
मृतक किसान के परिजन सरकार से कर्ज माफी की मांग कर रहे हैं।
दूसरी तरफ विदिशा से लगे शमशाहबाद स्थित जीरापुर में किसान ने कर्ज को बोझ के तले मौत को अपने गले लगा लिया, जबकि रेहटी गांव में भी किसान ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। मरने वाले किसान का नाम दुलीचंद है।
दुलीचंद की उम्र 55 साल थी और उनपर बैंक का 4 लाख रुपए कर्ज था। इस बार अच्छी फसल हुई थी परंतु दाम अच्छे नहीं मिले। कर्ज से तंग आकर उसने मौत को गले लगा लिया था।
दुलीचंद के बेटे शेर सिंह ने बताया कि जब उनके पिता ने जहर पिया तब घर में कोई नहीं था, जब तक हम उन्हें अस्पताल लेकर पहुंचे तो डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
आपको बता दें कि मध्य प्रदेश में राज्य में एक जून से कर्ज माफी को लेकर किसान आंदोलन चल रहा है। इस दौरान पुलिसिया कार्रवाई में 6 किसानों की गोलीबारी में मौत हो गई थी, जिसके बाद किसानों को मनाने के लिए सीएम शिवराज सिंह चौहान ने उपवास भी रखा था।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान कल यानि 14 जून को खुद मंदसौर का दौरा भी करेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में समर्थन मूल्य से नीचे कृषि उत्पाद खरीदना अब अपराध होगा। मुख्यमंत्री ने किसानों और उपभोक्ताओं के बीच बिचौलियों को कम से कम करने के उद्देश्य से 'किसान बाजार' स्थापित करने की घोषणा की।


