माकपा ने की बेला भाटिया के हमलावरों को गिरफ्तार करने की मांग, कहा – ‘हमला राज्य प्रायोजित’
माकपा ने की बेला भाटिया के हमलावरों को गिरफ्तार करने की मांग, कहा – ‘हमला राज्य प्रायोजित’
रायपुर, 24 जनवरी। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने आदिवासी हितों के लिए संघर्षरत सामाजिक कार्यकर्ता बेला भाटिया पर उनके घर में आज किये गए हमले और उन्हें बस्तर न छोड़ने पर परिणाम भुगतने की धमकी दिए जाने की तीखी निंदा की है तथा हमलावरों को शीघ्र गिरफ्तार करने की मांग की है.
आज यहां जारी एक बयान में माकपा राज्य सचिव संजय पराते ने संदिग्ध नकाबपोश हमलावरों को राज्य संरक्षित और पुलिस पोषित गुंडे करार दिया है, जो ‘अग्नि’ और अन्यान्य संगठनों के नाम से काम कर रहे हैं और माओवाद से लड़ने के नाम पर वास्तव में आदिवासियों के और जल-जंगल-जमीन से जुड़े उनके हितों व उनके मानवाधिकारों की रक्षा के लिए संघर्षरत संगठनों व व्यक्तियों को अपना निशाना बना रहे हैं, ताकि बस्तर को कारपोरेटों की चारागाह में बदला जा सके.
उन्होंने कहा कि बेला भाटिया पर यह हमला इसलिए किया गया है कि विगत दिनों बस्तर में आदिवासी महिलाओं के मानवाधिकारों और उनके साथ बलात्कार किये जाने की घटनाओं की जांच के लिए आये मानवाधिकार आयोग की टीम की उन्होंने मदद की थी. अब यह एक चलन ही बन गया है कि मानवाधिकार हनन की जांच में जो कोई भी मदद करेगा, उन पर सरकार और पुलिस की मिलीभगत से ऐसे ही हमले किये जायेंगे. नंदिनी सुन्दर के प्रकरण में भी ऐसा ही देखने को मिला है. मानवाधिकार आयोग द्वारा सरकार और पुलिस की पेशी किये जाने का भी उन पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा है.
माकपा ने मानवाधिकार आयोग से भी अपील की है कि इस हमले का स्वतः संज्ञान ले तथा दोषी अधिकारियों के विरुद्ध कार्यवाही सुनिश्चित करे.


