रायपुर, 12 मार्च। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने आज ​सुकमा में हुए माओवादी हमले की कड़ी निंदा की है तथा हताहत जवानों के शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी संवेदना का इज़हार किया है।

आज यहां जारी एक बयान में माकपा राज्य सचिव संजय पराते ने कहा है कि इस दुर्भाग्यजनक घटना से माओवादी गतिविधियों पर अंकुश लगाने के भाजपा सरकार के दावे पर प्रश्नचिन्ह लग गया है, जो कि इसे मात्र क़ानून-व्यवस्था की समस्या मानती है और इसे सैन्य बलों ​के जरिये हल करना चाहती है। उन्होंने कहा कि माओवादी समस्या का प्रशासनिक, आर्थिक और सामाजिक नजरिये से चौतरफा हल खोजा जाना चाहिए और इस प्रक्रिया में सभी राजनीतिक पार्टियों और संबद्ध पक्षों को शामिल कर सहमति विकसित की जानी चाहिए।

​माकपा ने कहा है कि माओवाद से निपटने के नाम पर आदिवासियों, मानवाधिकार कार्यकर्ताओं, राजनैतिक पार्टियों के अधिकारों तथा जनतांत्रिक प्रक्रियाओं को कुचलने की नीति से बाज आना चाहिए। वास्तव में भाजपा सरकार जिन नीतियों पर अमल कर रही है, उससे न तो आम जनता के जान-माल की रक्षा हो पा रही है और न ही हमारे जवानों की।​