इटावा (दिनेश शाक्य) 23 जून 2011. .उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में डिप्टी सीएमओ सचान की जेल में मौत (Deputy CMO Sachan dies in jail in Uttar Pradesh capital Lucknow) को लेकर समाजवादी पार्टी ने खुला आरोप लगाया है कि डा.सचान की जेल मे हत्या राज्य की मुखिया मायावती के इशारे पर खुद को और अपने खास गुर्गो को बचाने के लिये कराई गई।

यह बात आज इटावा मे सपा नेता और नेता विरोधी दल शिवपाल सिंह यादव ने कही है।

श्री यादव ने कहा कि संविधान के अनुसार विधानसभा का सत्र ना बुलाने वाली मायावती को एक मिनट पर सत्ता पर काबिज रहने का कोई अधिकार नही बनता है इस लिये मायावती सरकार को राज्यपाल को तत्काल बर्खास्त कर देना चाहिये।

श्री यादव ने कहा कि मायावती भले बाबू सिंह कुशवाह और अनन्त कुमार मिश्रा को पद से हटा दिया लेकिन इन्ही दोनो मंत्रियो के इशारे पर मायावती स्वास्थय विभाग का करोडो रूपया डकार गये है।

शिवपाल सिंह का कहना है कि डॉ. सचान की हत्या की पड़ताल के लिये सीबीआई के अलावा कोई जांच (CBI investigation to investigate the murder of Dr. Sachan) नहीं चाहिये।

दो सीएमओ की हत्या कराने का आरोप था।

सीएमओ हत्याकांड की जांच के दौरान यूपी एसटीएफ ने पिछले हफ्ते खुलासा किया था कि सचान ही सीएमओ हत्याकांड का मास्टरमाइंड है लेकिन इससे पहले कि इस मामले से जुड़े सारे सवालों के जवाब मिल पाते सचान की संदिग्ध हालात में मौत हो गई। जिसके बाद केस की गुत्थी बुरी तरह उलझती दिख रही है।

26 अक्टूबर, 2010 को लखनऊ वेलफेयर विभाग के चीफ मेडिकल ऑफिसर डॉक्टर विनोद आर्या की हत्या कर दी गई थी। 2 अप्रैल, 2011 को वेलफेयर विभाग के चीफ मेडिकल ऑफिसर डॉक्टर बी पी सिंह की हत्या कर दी गई थी। 22 जून, 2011 को डिप्टी सीएमओ वाई एस सचान की जेल में संदिग्ध हालात में मौत। तीन तारीख, तीन मौत और कुछ अनसुलझे सवाल। लखनऊ जिला जेल के अस्पताल में योगेंद्र सिंह सचान की मौत ने इस पूरे मामले को एक नया मोड़ दे दिया है।

गौरतलब है कि पिछले हफ्ते ही सरकार ने दावा किया था कि सीएमओ हत्याकांड की गुत्थी सुलझा ली गई है। दोनों कत्ल के पीछे मास्टरमाइंड डिप्टी सीएमओ वाई एस सचान को बताया गया था। इस सिलसिले में यूपी एसटीएफ ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया था। पुलिस के मुताबिक डिप्टी सीएमओ वाई एस सचान ने अपना गबन छुपाने के लिये सुपारी देकर एक के बाद एक दो सीएमओ की हत्या करा दी।

सूबे के कैबिनेट सचिव शशांक शेखर सिंह की मानें तो डिप्टी सीएमओ वाईएस सचान ने सरकारी पैसे का जम कर घोटाला किया था। उसे डर था कि जांच हुई तो वो पकड़ा जाएगा। इसी से बचने के लिए पहले उसने डॉ विनोद आर्या की हत्या कराई और बाद में डॉ. बीपी सिंह की। कैबिनेट सचिव के मुताबिक शूटरों के पकड़े जाने के बाद जब सारी कहानी सामने आ गयी, इसके बाद सचान ने अपना गुनाह कबूल कर लिया।

मालूम हो कि इससे पहले सीएमओ हत्याकांड में ये बात सामने आई थी कि घोटाले का पैसा ऊपर तक जाता है। लिहाजा आशंका जताई जा रही थी कि मंत्री और दूसरे नेता भी इसमें शामिल हो सकते हैं। इसी की वजह से मुख्यमंत्री मायावती ने स्वास्थ्य मंत्री अनंत मिश्र और परिवार कल्याण मंत्री बाबू सिंह कुशवाहा से इस्तीफा ले लिया था। फिर पिछले हफ्ते अचानक खुलासा किया गया कि कत्ल के पीछे सिर्फ एक ही शख्स का हाथ था और वो था योगेंद्र सिंह सचान का। लेकिन अब सचान की संदिग्ध मौत के बाद सवाल उठता है कि क्या गबन के पूरे खेल पर पर्दा डालने के लिए सचान को किसी साजिश का शिकार बनाया गया? क्या गबन में शामिल दूसरे चेहरों को बचाने के लिए सचान की हत्या की गई?

सीएमओ हत्याकांड में सचान को मुख्य आरोपी बनाने के बाद सरकार ने दावा किया था कि हत्या में शामिल कुछ और लोग जल्द दबोच लिये जाएंगे। लेकिन सचान की संदिग्ध मौत के बाद इस केस की गुत्थी अब बुरी तरह उलझती दिख रही है।

शिवपाल सिंह यादव ने एक सूची भी पेश की है जो प्रदेश मे हो रहे अपराध का खांका खीचंता है। प्रदेश में मुख्यमंत्री की प्रशासन पर पकड़ नहीं रह गई है। पुलिस निरंकुश है। प्रशासन स्वच्छंद है। शासन की साख समाप्त है। मुख्यमंत्री अपने पाप का ठीकरा विरोधियों पर फोड़ने की कोशिश करती है।

प्रदेश में अराजकता के चलते थानों में लड़कियों से बलात्कार हो रहे हैं। पिछले कई दिनो में आधा दर्जन से ज्यादा बलात्कार-हत्या के काण्ड हुए हैं। बसपा के आधा दर्जन से ज्यादा विधायक बलात्कार एवं हत्या के आरोपों में जेल की हवा खा रहे हैं। अपराधी निश्चित घूम रहे हैं। किसान आत्महत्या कर रहे हैं। जनता का हर वर्ग त्रस्त है और बसपाराज से मुक्ति चाहता है। बसपा एक दिन भी सरकार में रहने लायक नहीं है।

जनपद अलीगढ़ में अकराबाद की पनौठी पुलिस चौकी में एक दलित महिला के साथ पुलिसकर्मी ने बलात्कार किया।

  • 17 जून,2011 को कन्नौज जनपद के थाना गुरसहायगंज अन्तर्गत भूडपुरवा गांव में दलित किशोरी प्रीति (14वर्ष) के साथ दबंगो ने पहले दुष्कर्म की कोशिश की। नाकाम रहने पर लड़की की दोनों आंखे फोड़ दी। सुमन हैलेट अस्पताल, कानपुर में भर्ती है।
  • बस्ती के रानीपुर बेलारी में एक 18 वर्षीया के साथ रविवार को बंदूक की नोक पर बलात्कार किया गया। लड़की को बेहोशी में देखकर परिवार को सूचना दी गई।
  • कानपुर में 2007 में सामूहिक बलात्कार की रिपोर्ट दर्ज कराने गई एक मूक बधिर किशोरी को डेरापुर थाने में तीन दिन तक बंधक बनाकर दुष्कर्म किया गया। हवस का शिकार नाबालिग गर्भवती हो गई। कोर्ट के संज्ञान में मामला आने पर कार्यवाही हुई। उसके साढ़े तीन साल का बच्चा है।

  • रविवार को दिल्ली-सहारनपुर पैंसेजर टेªन में युवती का अर्धनग्न शव मिला। दुष्कर्म के बाद हत्या की आशंका।

  • कर्नलगंज (गोण्डा) के दानापुर गांव में दलित किशोरी (14 वर्षीय) पुत्री राजेश पासी के साथ सामूहिक बलात्कार के बाद हत्या कर दी गई। शव आज 20 जून की बरामद हुआ है।

  • वाराणसी के रोहनिया थाना क्षेत्र के राजा तालाब सब्जी मण्डी के पीछे एक 25 वर्षीय विवाहिता का शव मिला। युवती से बलात्कार के बाद हत्या की आशंका।

  • 19 जून2011 को एटा के निधौलीकलंा के ग्राम सभापुर में श्रीमती अनार कली (35 वर्ष) के साथ गैंगरेप की घटना के बाद उसे पेट्रोल डालकर जिन्दा जला दिया गया। लड़की ने दो युवकों को पहचान लिया था। कुल 5 लोग इसमें आरोपित है।

  • बागपत में 18 जून,2011 को एक दलित लड़की के साथ बलात्कार हुआ। उसके चाचा ने इसकी एफआईआर दर्ज कराई तो घर में घुसकर चाचा को गोली मार दी गई।

  • गोण्डा में करनैलगंज के मसौलिया गांव में एक महिला का शव मिला जिसकी बलात्कार के बाद हत्या कर दी गई थी।

  • अम्बेडकरनगर में 15 जून,2011 को अकबरपुर कोतवाली के रतनपुर गांव में 16 साल की सुमन के साथ गैंगरेप किया गया। उसकी हत्या कर षव पेड़ से लटका दिया गया।

  • उन्नाव की दलित कविता रावत की एक नर्सिग होम में बलात्कार के बाद हत्या कर दी गई।

  • ललितपुर में गत दिनों बड़ोद गांव की जगन अहिरवार की 5 वर्ष की कक्षा 2 की छात्रा के साथ एक अधेड़ ने बलात्कार का प्रयास किया। पुलिस ने आरोप पर संदेह जताया और केस दर्ज नहीं किया। विरोध प्रदर्शन पर रिपोर्ट दर्ज की गई।

  • गोरखपुर विश्वविद्यालय की बीएससी फाइनल ईयर की छात्रा को दुष्कर्म के बाद प्रताड़ित किया गया। उसकां सड़क किनारे दुष्कर्मियों ने फेंक दिया था।

  • 17,18 जून,2011 को फिरोजाबाद में थाना सिरसागंज के मियां मोहल्ला में एक मुस्लिम नाबालिग बच्ची के साथ 47 वर्षीय व्यक्ति ने दुष्कर्म किया। पुलिस ने कोई कार्यवाही नहीं की।

  • कन्नौज की एक 20 वर्षीय लड़की ने आरोप लगाया कि चार लोगों ने उसके साथ दुष्कर्म किया और नशीली दवाएं देकर बंधक बनाकर रखा।

  • बाराबंकी के सफीपुर गांव का महादेव सफेदाबाद पुलिस से अपनी पत्नी रूखसाना को पता लगाने की गुहार करता रहा जिसका 17 मई को बंदूक की नोक पर अपहरण किया गया था। पुलिस उल्टे स्त्री के चरित्र पर ही लांछन लगाकर चुप बैठ गई। एफआईआर दर्ज नहीं की गई।

  • देवरिया के सलेमपुर थानान्तर्गत चूरिया गांव के रमाकांत यादव के सामने उसकी पत्नी से 8 जून को सामूहिक बलात्कार हुआ। कोई कार्यवाही नहीं हुई। बड़े अधिकारियों से गुहार के बाद आरोपित पकड़े गए जिनकी अगले दिन जमानत हो गई।

  • बरेली के कैंट क्षेत्र निवासी नसीरूद्दीन की बेटी माहविश (8 वर्ष) का अपहरण शनिवार को हुआ। कोई कार्यवाही नही हुई। मुरादाबाद के थाना भगतपुर क्षेत्र के ग्राम परशुपुरा की कु0 कंचन 13 वर्शीय की 13 जून,2011 को लाष मिली। उसके साथ बलात्कार किया गया था।

  • बाराबंकी के जहांगीराबाद क्षेत्र के ग्राम रामपुर कैंथी निवासी धनीराम की गरीबी से परेशान पत्नी घिराजा ने चार दिन पूर्व 6 बच्चो को लेकर शारदा सहायक नहर में छलौंग लगा ली।

  • 17 जून,2011 को बांदा के फतेहगंज थाना क्षेत्र के ग्राम बघेलाबारी में सुरेश यादव (43) ने साहूकारों के तगादां से परेशान होकर जान दे दी।

  • 16 जून,2011 को बाराबंकी में सफदरगंज के कस्बा रसौली में नौमीलाल ने बैंक और दबंगो के उत्पीड़न में परेशान होकर फांसी लगा दी।

  • 17 जून,2011 को झासी के गरौठा थाना क्षेत्र के निमगहना में नाथूराम पाल पुत्र हिन्दुपत ने कर्ज और गरीबी से तंग आकर फांसी लगा ली।

  • 19 जून,2011 को शाहजहापुर और मैनपुरी में कालेज प्रिंसपलों पर जानलेवा हमले हुए हैं। उन्नाव में एक डाक्टर की हत्या हो गई।