भइया जी और बहन जी आखिर किस बात का अब डर जब भाजपा पूरा खेत चुग गई ?

राजीव यादव

कल 9 अगस्त को 2007 गोरखपुर साम्प्रदायिक हिंसा योगी अदित्यनाथ मामले की इलाहाबाद हाई कोर्ट में सुनवाई है.

आखिर अखिलेश-मायावती इस मामले पर चुप क्यों है. और हां अखिलेश के पिता जी भी.

क्या आप जानना नहीं चाहेंगे?

क्योंकि इन सभी ने योगी आदित्यनाथ को ठीक उसी तरह बचाया जैसे कांग्रेस ने मोदी को.

Rajeev Yadav

मायावती जी मेरे बहुजन हितों का सफरनामा में लिखती हैं कि योगी आदित्यनाथ की गतिविधियां राष्ट्र विरोधी हैं. और हाई कोर्ट में Parvez Parwaz और सामाजिक कार्यकर्ता Mohd Asad Hayat के गोरखपुर साम्प्रदायिक हिंसा में योगी की भूमिका को लेकर की गई रिट का विरोध करती हैं. जब वे खुद मानती हैं कि उनकी गतिविधियां गलत है तो फिर उनके खिलाफ करवाई का विरोध क्यों किया. ठीक यही काम अखिलेश यादव करते हैं कि पूरे कार्यकाल में इसको टालते रहते हैं. और अब आरोपी खुद नियंता बन गया है.

अब ये मत कह दीजिएगा की मामला कोर्ट में है. जब बिहार में भाजपा मामले को बना सकती है तो आप क्यों नहीं.

अखिलेश जी मायावती जी अभी मौका है.

और हां जो दोस्त भइया जी और बहन जी में आस्थावान हैं उन्हें तो जरूर पूछना चाहिए आप दोनों एक दूसरे पर इतना बोलते हो क्यों नहीं योगी पर कार्रवाई की और अब क्यों चुप हैं. आखिर किस बात का अब डर जब भाजपा पूरा खेत चुग गई.

राजीव यादव. लेखक स्वतंत्र पत्रकार, मानवाधिकार कार्यकर्ता, ऑपरेशन अक्षरधाम के लेखक व राज्य प्रायोजित आतंकवाद के विशेषज्ञ हैं.