मुलायम ने सपा-बसपा गठबंधन पर लगाए सवालिया निशान, बोले इससे आधा उत्तर प्रदेश तो पहले ही हार गए
मुलायम ने सपा-बसपा गठबंधन पर लगाए सवालिया निशान, बोले इससे आधा उत्तर प्रदेश तो पहले ही हार गए

Bengaluru: Bengaluru: SP leader Akhilesh Yadav and BSP chief Mayawati during the swearing-in ceremony of Karnataka Chief Minister H.D. Kumaraswamy, at Vidhana Soudha in Bengaluru on May 23, 2018. (Photo: IANS)
लखनऊ। समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) -सपा के अपदस्थ राष्ट्रीय अध्यक्ष (National president removed from post) मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) का दर्द एक बार फिर छलक आया है। उन्होंने सपा-बसपा गठबंधन (SP- BSP combine) पर सवालिया निशान लगाते हुए साफ कहा है कि इससे आधा उत्तर प्रदेश तो पहले ही हार गए।
समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) और बहुजन समाज पार्टी (Bahujan Samaj Party) (बसपा) गठबंधन पर सवाल खड़े करते हुए पार्टी मुख्यालय पर कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए मुलायम सिंह यादव ने आज कहा कि गठबंधन कर आधी-आधी सीटों पर चुनाव लड़ रहे हैं इससे आधा उत्तर प्रदेश तो पहले ही हार गए।
मुलायम सिंह यादव ने कहा,
"गठबंधन कर आधी-आधी सीटों पर चुनाव लड़ रहे हैं। आधा यूपी तो पहले ही हार गए। जब हम रक्षा मंत्री थे तो सपा ने 42 सीटें जीतीं थी।"
उन्होंने पूछा,
"सपा-बसपा में आखिर किस आधार पर 37-38 सीटें बांटी गई हैं ? सपा की हैसियत ज्यादा है, अगर पार्टी अकेले चुनाव लड़ती तो ज्यादा बेहतर प्रदर्शन करती।"
उन्होंने माना कि 2019 में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को बढ़त दिख रही है। सपा अभी पीछे है।
सपा प्रमुख अखिलेश यादव के पिता ने कहा,
"लोग टिकट बांटने में देरी कर रहे हैं। मुझे नाम दिया गया है संरक्षक और क्या काम करना है लिखा ही नहीं। जो लोग लड़ना चाहते हैं वह लिखकर दें, मैं तुरंत टिकट दूंगा।"
मुलायम ने कहा,
"मुलायम बात करते तो ठीक है। लड़का बात कर रहा है। पार्टी को खत्म कौन कर रहा है? अपने ही लोग पार्टी को खत्म कर रहे हैं। तीन बार बहुमत से सरकार बनाई। रक्षा मंत्री भी रहा।"
सपा संरक्षक ने कहा कि अब पार्टी में उम्मीदवारों को कमजोर किया जा रहा है। पार्टी में महिलाओं की संख्या कम हो रही है जो कि चिंता की बात है।
उन्होंने कहा कि अभी तक हमें कुछ लोगों ने नाम दिए हैं रामगोपाल को भी नाम दे रहे हैं। शिवपाल को भी दे रहे हैं और अखिलेश को भी दे रहे हैं। शिवपाल ने तो अलग पार्टी बना ली है तो हमें दीजिए रामगोपाल को दीजिए हम दोनों मिलकर तय करेंगे कि कौन लड़ेगा और कौन जीतेगा। आप लोग नाम नहीं दे रहे हैं।
मुलायम ने कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि सब कुछ छोड़कर चुनाव में जुट जाइए। जीत कर ही दम लीजिए।
मुलायम सिंह की इस टिप्पणी के गहरे निहितार्थ हैं। समझा जाता है कि गठबंधन में जो सीटें बसपा को मिली हैं वहां मुलायम शिवपाल सिंह यादव की पार्टी को समर्थन देंगे।
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