मोदीजी का ड्रीम प्रोजेक्ट नोटबंदी : अब तक 33 शहीद
मोदीजी का ड्रीम प्रोजेक्ट नोटबंदी : अब तक 33 शहीद
मोदीजी का ड्रीम प्रोजेक्ट नोटबंदी : अब तक 33 शहीद 🙁
नई दिल्ली। नोटबंदी से त्रस्त देशवासियों का कतार में खड़े रहना जारी है। भक्त देशभक्ति राग गा रहे हैं और मोदीजी भाषण पिला रहे हैं। प्राप्त ख़बरों के मुताबिक मोदीजी का ड्रीम प्रोजेक्ट नोटबंदी में अब तक 33 शहीद हो चुके हैं।
इस बीच मंगलवार को भी लोग नकदी के लिए घंटों कतार में लगे रहे और इसी कतार में दो और बुजुर्गो ने दम तोड़ दिया।
पटना से खबर है कि मोदी सरकार द्वारा 500 और 1000 के नोटों पर प्रतिबंध लगाए जाने के सातवें दिन मंगलवार को औरंगाबाद जिले के दाऊदनगर में बैंक से पैसे लेने आए एक बुजुर्ग की मौत हो गई।
पुलिस के एक प्रवक्ता के अनुसार, भारतीय स्टेट बैंक की दाऊदनगर शाखा में पैसे निकालने पहुंचे 65 वर्षीय सुरेंद्र कुमार शर्मा की मौत हो गई।
देशबन्धु में प्रकाशित खबर के मुताबिक दाऊदनगर के थाना प्रभारी रवि प्रकाश सिंह ने मंगलवार को बताया कि अरई गांव निवासी सुरेंद्र ने रकम निकालने के लिए निकासी फॉर्म भरा और पंक्ति में लग गए। इस दौरान यहां भारी भीड़ थी और धक्का-मुक्की भी हो रही थी। कुछ समय बाद ही उन्हें चक्कर आया और वह गिर पड़े। स्थानीय लोगों ने अस्पताल पहुंचाया, लेकिन तब तक उनकी मौत हो चुकी थी।
उन्होंने परिजनों के हवाले से बताया कि सुरेंद्र दिल के मरीज थे। चिकित्सकों ने भी आशंका जताई कि सुरेंद्र की मौत दिल का दौरा पड़ने से हुई है।
सरकार ने बैंकों में बुजुर्गो और दिव्यांगों के लिए अलग काउंटर लगाने का निर्देश दिया है, लेकिन कई जगहों पर ऐसी व्यवस्था नहीं की गई है।
हैदराबाद के जुड़वां शहर सिकंदराबाद के मारेदापल्ली स्थित आंध्र बैंक की शाखा में लक्ष्मीनारायण (75) नामक बुजुर्ग चकरा कर गिर पड़े। वह दो घंटे से लाइन में खड़े थे। उन्हें अस्पताल ले जाया गया, लेकिन तब तक उनकी मौत हो चुकी थी।
चिकित्सकों ने कहा कि ह्रदयाघात की वजह से उनकी मौत हो गई।
सिकंदराबाद की रेलवे कॉलोनी निवासी लक्ष्मीनारायण 500 व 1000 के 1.7 लाख रुपये मूल्य के नोट बदलवाने गए थे।
प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि बैंक में बहुत भीड़ थी। लेकिन, इसके बावजूद बुजुर्गो के लिए बैंक ने अलग लाइन नहीं लगवाई।
हैदराबाद में लोगों ने यह शिकायत भी की कि बैंक अधिकारी जान-पहचान वालों या फिर रसूख वालों की ही सुन रहे हैं।
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में जनता के सब्र का बांध टूट गया। मंगलवार दोपहर राजधानी के लालगंगा शॉपिंग कॉम्प्लेक्स की जम्मू एंड कश्मीर बैंक शाखा में विवाद बढ़ने पर गार्ड की राइफल कंधों से उतरकर हाथों में आ गई। नोट खत्म होने के चलते बैंक मैनेजर और लोगों के बीच काफी बहस हुई। लेकिन, मामले को शांत करा लिया गया।
मध्य प्रदेश में भी आम लोगों की परेशानी कम नहीं हुई। मंगलवार को भी बैंकों, डाकघरों व एटीएम के बाहर लंबी-लंबी कतारें लगी रहीं, वहीं कई निजी संस्थानों ने अपने कर्मचारियों को एक साथ अतिरिक्त दो-दो माह की पगार दे दी।


