भीष्म पितामह शर शय्या पर, मोदी को राजपाट

भारतीय जनता पार्टी के भीष्म पितामह लालकृष्ण आडवाणी की खराब तबियत को नज़रअंदाज़ करते हुये गोवा में भाजपा की बैठक में नरेन्द्र मोदी को चुनाव प्रचार समिति का अध्यक्ष बनाने का फैसला किया गया है। पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने इसका ऐलान करते हुये कहा कि मोदी से पार्टी को भारी उम्मीदें हैं और यह जो फैसला लिया गया है, वह सबकी सहमति से लिया गया है।

राजनाथ जब यह ऐलान कर रहे थे, तब अनन्त कुमार, वैंकेया नायडू और सुषमा स्वराज भी उनके साथ बैठे थे।

बड़ी जिम्मेदारी मिलने के बाद नरेन्द्र मोदी ने टि्वटर पर खुशी जतायी। उन्होंने ट्वीट किया, वरिष्ठ नेताओं ने मुझ पर भरोसा जताया है। हम काँग्रेस मुक्त भारत निर्माण में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। समर्थन और आशीर्वाद के लिये शुक्रिया... आडवाणी जी से फोन पर बात हुयी, उन्होंने मुझे अपना आशीर्वाद दिया। उनका आशीर्वाद पाकर कृतज्ञ हूँ।

इस मुद्दे को लेकर पार्टी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी नरेन्द्र मोदी को प्रचार समिति का संयोजक बनाने के लिये हामी भर चुके थे, लेकिन मोदी को इस समिति का अध्यक्ष बनाने पर आडवाणी राजी नहीं बताये जा रहे थे। आडवाणी तबीयत खराब होने का हवाला देते हुये गोवा बैठक में शामिल नहीं हुये थे, लेकिन सूत्रों के मुताबिक आडवाणी गोवा में न होकर भी मोदी विरोधी खेमे की कमान संभाले हुये थे।

प्रचार समिति का अध्यक्ष बनाए जाने के बाद चुनाव से संबंधित भाजपा की बैठकों की अध्यक्षता नरेन्द्र मोदी ही करेंगे, लेकिन अगर मोदी प्रचार समिति के संयोजक बनाए जाते, तो चुनाव के लिये होने वाले बैठकों की अध्यक्षता राजनाथ सिंह ही करते।

आडवाणी के अलावा जसवंत सिंह, यशवंत सिन्हा, उमा भरती और शत्रुघ्न सिन्हा समेत अन्य कई नेताओं ने भी गोवा की बैठक में शिरकत नहीं की। कहा जा रहा है कि ये नेता मोदी का कद बढ़ने से खुश नहीं हैं।

पत्रकार विवेक मथुरिया ने पूरे प्रकरण पर चुटकी लेते हुये कहा भाजपा ने मोदी के साथ चालाकी की है। मोदी को 2014 के चुनाव प्रचार की कमान सौंप दी है और तीर आडवणी के पास छोड़ दिये हैं, बात इसलिए सच है कि आडवाणी तो अपनों के तीरों से बिंधे हुये हैं इसीलिये सारे तीर तो आडवाणी के पास ही हैं...