मोदी को झटका : भारत-पाकिस्तान के बीच मैत्री के लिए आगे आईं पीएम मोदी की पत्नी जशोदा बेन
मोदी को झटका : भारत-पाकिस्तान के बीच मैत्री के लिए आगे आईं पीएम मोदी की पत्नी जशोदा बेन
बीती 19 जून को अहमदाबाद के साबरमती आश्रम से निकली “भारत पाक मैत्री एवं शांति यात्रा” कलोल, मेहसाणा होते हुए शीही पहुँची, जहां उसने एस.आर. इंजीनियरिंग कॉलेज में रात्रि विश्राम किया। प्रातः 7 बजे बलिस्ना गाँव से एक किलोमीटर पहले प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की पत्नी जसोदा बेन पदयात्रा में कुछ समय के लिए शामिल हुईं तो स्थानीय चैनलों पर सुर्खियाँ बन गईं।
जसोदाबेन न केवल “भारत पाक मैत्री एवं शांति यात्रा” में शामिल हुईं बल्कि यात्रियों का स्वागत कर विश्व शांति का सन्देश भी दिया।
जसोदा बेन कहा “इन यात्रियों को मैं बधाई देती हूँ जो विश्व शांति चाहते हैं। मैं भी भगवान से प्रार्थना करती हूँ, इन यात्रियों की प्रार्थना कुबूल हो।”
सरहद पर सैनिकों की हत्या को गलत बताया
सरहद पर सैनिकों की हत्याओं को गलत बताते हुए जसोदा बेन ने किसी भी सैनिक की किसी भी सरहद पर हत्या न हो इसकी भगवान से प्रार्थना की।
जसोदा बेन के साथ उनके भाई अशोक मोदी भी यात्रा के स्वागत के लिए आये थे।
आलोक पाण्डेय ने भारत पाकिस्तान यात्रा जिंदाबाद, युद्ध नहीं शांति चाहिए, पूरी दुनिया में शांति कायम हो, परमाणु शस्त्र नष्ट करो, दक्षिण एशिया को परमाणु मुक्त घोषित करो जैसे नारे लगाये गए जिसे जसोदा बेन और अशोक मोदी ने समर्थन दिया।
आप को बता दें सोसिलिस्ट विचारधारा के सामाजिक कार्यकर्ता एवं मेगसेसे अवार्ड से सम्मानित संदीप पाण्डेय की अगवानी में 19 जून को भारत पाकिस्तान मैत्री एवं शांति यात्रा निकाली गई। अहमदाबाद पुलिस द्वारा अनुमति न मिलने पर पहले दिन पाण्डेय सहित अन्य साथियों को गिरफ्तार कर लिया गया था। रिहाई के बाद गांधीनगर से दोबारा यात्रा शुरू की गई थी, जो कल पाटन पहुंचेगी और 30 जून को भारत पाक सीमा नडाबेट पर समापन कार्यक्रम के साथ समाप्त होगी।
30 जून को समापन समारोह में बड़ी संख्या में सिविल सोसाइटी तथा राजनैतिक लोगों के शामिल होने की संभावना है।
संदीप पाण्डेय ने बताया
“पूरी यात्रा में अब तक केवल तीन से चार लोग ही ऐसे मिले हैं जिन्होंने यह कहा कि भारत पाक मित्रता हो ही नहीं सकती। अधिकतर लोगों ने यात्रा का स्वागत किया और इस मुद्दे को समर्थन भी दिया।”
लिंच गाँव के जयंत भाई बारोट ने पहले तो कहा यह दोस्ती हो ही नहीं सकती, लेकिन आगे कहा यदि हो जाये तो उससे अच्छा कुछ नहीं हो सकता। जयंत भाई ने यात्रा से प्रभावित होकर न केवल स्वागत किया बल्कि सभी यात्रियों को गन्ने का रस भी पिलाया।
संदीप पाण्डेय ने आगे बताया
“मोदी सरकार के चार वर्षीय शासन के बाद जनता को समझ में आ गया है कि मुंहतोड़ जवाब देने वाली सरकार के पास भी कोई विकल्प नहीं है। अब सही रास्ता यही है कि दोनों देश रिश्ते अच्छे क।रें इस यात्रा की सब से बड़ी उपलब्धि यही है कि इस मुद्दे को आम जनता और जसोदा बेन का समर्थन मिला।”
श्री पाण्डेय ने बताया जब बलिसना गाँव यात्रा पहुंची तो लोगों ने ज़ोरदार स्वागत किया इस गाँव में 100 से अधिक परिवार ऐसे हैं जिनकी रिश्तेदारियां पाकिस्तान में है, लेकिन इन्हें पाकिस्तान का वीज़ा मिल पाना असंभव सा है।
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श्री पाण्डेय ने जसोदा बेन द्वारा समर्थन दिए जाने को बड़ी उपलब्धि बताया।
कौशर अली सय्यद ने बताया
“भारत पाक के रिश्ते बेहतर हों ऐसी ललक अधिकतर जनता में है, लेकिन लोग पाकिस्तान का नाम लेने से डरते हैं क्योंकि राजनैतिक लाभ के लिए दोनों तरफ से एक दूसरे के विरोध का वातावरण बनाया गया।“
सय्यद ने बताया कि उनके रिश्तेदार भी पाकिस्तान में हैं। बहुत पहले उनके पिता पाकिस्तान गए थे, वहां से उनके पास कुछ पाकिस्तानी करेंसी थी जिस वजह उन्हें जासूस बताकर गिरफ्तार कर लिया गया था। हालाँकि कुछ साबित नहीं हुआ और छोड़ना पड़ा। आम जनता किसी उलझन में नहीं पड़ना चाहती है इसलिये पाकिस्तान का नाम आते ही खामोश हो जाती है।
पदयात्रा के साथ कुछ मांगों पर हस्ताक्षर अभियान चलाया जा रहा है। लोग उत्साह के साथ एक आशा और उम्मीद से दस्तखत कर रहे हैं कि एक दिन सरहद पर दोनों देश के सैनिक एक दूसरे पर गोलियां नहीं चलाएंगे और भारत पाक रिश्ते बेहतर होंगे। इस मुद्दे को जसोदा बेन और अशोक भाई मोदी ने हस्ताक्षर पदयात्रियों की मांगों का समर्थन भी किया।


