नई दिल्ली। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर एक सुर में निशाना साधा है।
राहुल ने जहां मोदी को सत्ता का लालची करार दिया तो वहीं मनमोहन सिंह ने कि कहा मोदी सरकार में लोकतंत्र बुरे दौर से गुजर रहा है।
कांग्रेस कार्यसमिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक में राहुल ने अपने भाषण में कहा कि मोदी सत्ता की धुन में चूर हैं। वह असंतोष की आवाज को खामोश करना चाहते हैं। सिविल सोसाइटी को सवाल पूछने पर धमकाया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि टीवी चैनलों को शटडाउन के लिए मजबूर किया जा रहा है। लोकतंत्र सबसे बुरे दौर से गुजर रहा है। कॉर्पोरेट के चुनिंदा लोगों को फायदा पहुंचाया जा रहा है।

राहुल ने कहा है कि मोदी सरकार में दलितों के शोषण और किसानों के आत्महत्या करने की घटनाएं बढ़ी हैं।
कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा,

"मोदी सरकार सत्तामद से ग्रस्त है। यह सभी असहमत लोगों को चुप कर देना चाहती है। सवाल पूछने पर राष्ट्रीय सुरक्षा की आड़ लेकर सिविल सोसाइटी को धमकाया जा रहा है। टेलीविजन चैनलों को दंडित किया जा रहा है और उन्हें बंद करने के लिए कहा जा रहा है।"

उन्होंने कहा,

"सरकार से जवाब तलब करने पर विपक्ष के नेताओं को गिरफ्तार किया जा रहा है।"

उन्होंने कहा,

"वर्तमान शासन में लोकतंत्र अंधकारमय दिनों से गुजर रहा है। राज्य सत्ता का दुरुपयोग करते हुए इस सरकार के सभी प्रयास हमारी मौलिक स्वतंत्रता को दबाने के लिए हो रहे हैं। इस तरह के खतरनाक इरादों को विफल करने के लिए हमारा संकल्प सिर्फ मजबूत होगा।"

राहुल की अध्यक्षता में सीडब्ल्यूसी की बैठक पार्टी मुख्यालय में हुई।
दरअसल, यह बैठक पहले कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की अध्यक्षता में होने थी, लेकिन वह सेहत खराब होने के कारण बैठक में शामिल नहीं हुईं। इस बैठक में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, एके एंटनी, गुलाम नबी आजाद और राजबब्बर सरीखे दिग्गज कांग्रेसी नेता शामिल हुए।
सोनिया के बैठक में शामिल होने की जानकारी पार्टी के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने दी।
बताया जाता है कि सोनिया गांधी का गला खराब है।
सीडब्ल्यूसी की बैठक में संगठनात्मक चुनाव और संसद के आगामी शीतकालीन सत्र के लिए रणनीति के साथ ही उत्तर प्रदेश, पंजाब, गोवा, उत्तराखंड और मणिपुर में आगामी विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी की तैयारियों पर चर्चा होने की उम्मीद है।

Meeting of the Congress Working Committee starts at AICC headquarters with a prayer for the martyrs pic.twitter.com/eLqiLs3qld
— INC India (@INCIndia) November 7, 2016

'Asking questions is what discomforts this govt the most, for they have no answers':At the CWC meeting this morning with senior colleagues pic.twitter.com/sXEwLQ3g1Q
— Office of RG (@OfficeOfRG) November 7, 2016

Modi government is obsessed with power, it seeks to silence all those who disagree
— Office of RG (@OfficeOfRG) November 7, 2016

Attempts by Govt to suppress fundamental freedoms by abusing State power will only strengthen our resolve to defeat such dangerous designs
— Office of RG (@OfficeOfRG) November 7, 2016

With State elections due in the coming months we can safely expect the Modi govt to launch a campaign of disinformation and polarization
— Office of RG (@OfficeOfRG) November 7, 2016

They will exploit caste and religious fault lines. We must anticipate and neutralize such devious strategies
— Office of RG (@OfficeOfRG) November 7, 2016

BJP-ruled States are actively diluting&undermining laws passed by Parl. Land Acquisition Act &the Real Estate Legislation are cases in point
— Office of RG (@OfficeOfRG) November 7, 2016

The Modi government is lobbying with States via informal channels to deny work under MGNREGA to the very poor
— Office of RG (@OfficeOfRG) November 7, 2016

In recent months, our jawans have suffered the highest casualties in decades
— Office of RG (@OfficeOfRG) November 7, 2016

They are being cruelly ‘rewarded’ by a callous government with denial of OROP and cut in disability pensions
— Office of RG (@OfficeOfRG) November 7, 2016