विभाजन के बाद बाबरी मस्जिद का विध्वंस भारत की सबसे बड़ी त्रासदी थी, जिसे अब न्यायिक संस्तुति मिल गई है !
विभाजन के बाद बाबरी मस्जिद का विध्वंस भारत की सबसे बड़ी त्रासदी थी, जिसे अब न्यायिक संस्तुति मिल गई है !

विभाजन के बाद बाबरी मस्जिद का विध्वंस भारत की सबसे बड़ी त्रासदी थी, जिसे अब न्यायिक संस्तुति मिल गई है ! !
#Ayodhyaverdict : जस्टिस काटजू का मारक कटाक्ष
नई दिल्ली, 10 नवंबर 2019. बाबरी मस्जिद-राम जन्म भूमि विवाद में सर्वोच्च न्यायालय के फैसले पर जस्टिस मार्कंडेय काटजू ने अपरोक्ष रूप से मारक कटाक्ष किया है।
जस्टिस काटजू ने अपने सत्यापित फेसबुक पेज पर वन लाइनर टिप्पणी की,
“विभाजन के बाद बाबरी मस्जिद का विध्वंस भारत की सबसे बड़ी त्रासदी थी, जिसे अब न्यायिक संस्तुति मिल गई है !”
उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल पर एक अन्य टिप्पणी करते हुए कहा,
“जो सोचते हैं कि अयोध्या का फैसला (Ayodhya verdict) सांप्रदायिक शांति (communal peace) लाएगा, वह मूर्खों के स्वर्ग (fools' paradise) में रह रहे हैं। सांप्रदायिक शांति हो गई रजनीतिक रोटी कैसे सिंकेगी ?”
कौन हैं मार्कंडेय काटजू?
अपने ऐतिहासिक फैसलों के लिए प्रसिद्ध रहे जस्टिस मार्कंडेय काटजू 2011 में सुप्रीम कोर्ट से सेवानिवृत्त हुए उसके बाद वह प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया के चेयरमैन रहे। आजकल वह अमेरिका प्रवास पर कैलीफोर्निया में समय व्यतीत कर रहे हैं और सोशल मीडिया पर खासे सक्रिय हैं और भारत की समस्याओं पर खुलकर अपने विचार व्यक्त कर रहे हैं।
Those hu think Ayodhya verdict will bring communal peace r living in fools' paradise. Communal peace ho gayi to rajnaitik roti kaise sikegi?
— Markandey Katju (@mkatju) November 9, 2019


