शेषनारायण सिंह बेलाग साफ दो टूक कहने करने का साहस रखते हैं...कभी उनको रोते-धोते, चीखते-चिल्लाते नहीं देखा
शेषनारायण सिंह बेलाग साफ दो टूक कहने करने का साहस रखते हैं...कभी उनको रोते-धोते, चीखते-चिल्लाते नहीं देखा
नई दिल्ली। अंबानी के पूर्व मुलाजिम, पूर्व मीडियाकर्मी और आदमी पार्टी नेता के आशुतोष गुप्ता एबीपी न्यूज़ पर एक लाइव डिबेट में कठिन सवालों का उत्तर न दे पाने पर वरिष्ठ पत्रकार शेषनारायण सिंह से अभद्रता करके बुरी तरह फंस गए हैं। सोशल मीडिया पर पत्रकार जगत आशुतोष गुप्ता की कड़ी भर्त्सना कर रहा है।
घटना के संबंध में शेष नारायण सिंह ने फेसबुक पर इन शब्दों में जिक्र किया – “एक नेता ने मुझे टीवी की बहस में बहुत डांटा। कहने लगा कि मैं घटिया पत्रकार हूँ क्योंकि मैंने कभी किसी चिट फंड संचालित अखबार में नौकरी की थी।“ उन्होंने लिखा - "मैंने वहां अपने बच्चों के स्कूल की फीस, भोजन और मकान का किराया देने के लिए काम किया था । मैंने पूरा जीवन ऐसी ही पत्रकारिता की है।"
इस पर टिप्पणियों का तांता लग गया। इसके अतिरिक्त कई अन्य पत्रकारों ने भी अपनी पेसबुक टाइमलाइन पर इसकी निंदा की।
शेष नारायण सिंह की टाइमलाइन पर कुछ कमेंट -
“Arun Dixit शेष भैया सबसे पहले तो उस नेता की टिप्पणी पर एक शेर सुनाऊंगा फिर आगे की बात !
जो अहले ज़र्फ़ हैं साकी कभी लगाजिस् नहीं करते ...
बड़े कमजर्फ हैं जिनके छलक जाते हैं पैमाने..।
आप उर्दू जानते हैं तो मतलब समझ ही गए होंगे।
?
अब बात उन नेता जी की ! 33 साल के पत्रकारीय अनुभव के आधार पर इतना तो मैं दावे के साथ कह सकता हूँ ये कोई खांटी नेता नही होगा । ये जरूर कोई ऐसा दोगला नेता होगा जो एक धंधे में पेट भर जाने के बाद हरी हरी चरने इस धंधे में आया होगा।
मुझे तो ऐसा लगता है कि ये कभी न कभी किसी नेता के हाथों सार्वजनिक रूप से मार भी खाया होगा ! साथ ही आज जिस दल में है उसमे जूतों में दाल बंट रही होगी। इसे सिर्फ गाली खाने के लिये चैनल पर भेजा गया होगा ? ये अपनी ज़ात छिपाता होगा । साथ ही हाल फ़िलहाल किसी चुनाव में बुरी तरह हारा होगा ? एक बात और इससे पहले ये जो धंधा करता होगा उसकी काली कमाई पर ऐश कर रहा होगा और इस बैशाखनदन ने बहां कई लोगों के पेट पर लात मारी होगी ? ये बहुत बड़ा ढोंगी होगा और कई बार कैमरों के सामने घड़ियाली आंसू बहाते भी दिखा होगा ?
क्या ऐसा ही है जी !”
Samar Anarya ये वही नेता है न जो ईमानदारी का सर्टिफिकेट पाने के पहले अम्बानी की कम्पनी का नौकर था और उसने एक दिन में गर्भवती महिलाओं समेत सैकड़ों लोगों की नौकरी ले ली थी?
Badri Vishal उन नेता जी को कांसी राम के समर्थकों ने कूटा था कांसी राम के सरकारी आवास पर। वजह- चिल्लाकर चिल्लाकर मायावती और कांसी राम के बीच मनगढ़त अश्लील रिश्ते का ऐलान कर रहे थे। बहरहाल इस घटना के खिलाफ अगले दिन प्रदर्शन हुआ जिसमें वीपी सिंह समेत तमाम लोग शामिल हुए थे। मुद्दा बना पत्रकार पर हमले का और असली वजह पर्दे के पीछे चली गयी। कुछ दिनों बाद पता चला कि ये नेता जी, जो तब छोटे पत्रकार थे, कांसी राम के साथ हवाई यात्रा कर रहे हैं। 'समझौता' हो गया था। यही से चर्चित और फिर बड़े पत्रकार हो गए।
वरिष्ठ पत्रकार शशिधर पाठक की पोस्ट और उस पर वरिष्ठ पत्रकार निशीथ जोशी का कमेंट
शशिधर पाठक - एबीपी न्यूज पर आशुतोष का शेष नारायण सिंह से झगड़ना बड़ा अफसोसनाक रहा। शेष नारायण जी को काफी समय से जानता हूं। उन्होंने किसी अवसर का नाजायज लाभ नहीं लिया, जबकि आशुतोष पर यह बात लागू नहीं होती। पत्रकारिता से राजनीति में आए आशुतोष के केवल साल भर के रोने धोने पर नजर दौड़ाइएगा तो सबकुछ साफ हो जाएगा। लेकिन एेसे लोग अपने करम पर माफी भी नही मांगते
निशीथ जोशी - जी शेष नारायण जी को दशक 90 से जानता हूं..बेलाग साफ दो टूक कहने करने का साहस रखते हैं ...कभी उनको रोते धोते चीखते चिल्लाते नहीं देखा..जैसे की पत्रकारिता छोड़ प्रवक्ता बने लोग करते हैं ..कुतर्क.. सच को झूठ और काले को सफेद प्रमाणित करने का प्रयास.. यह आप पार्टी का कल्चर है...


