श्याम बेनेगल (Shyam Benegal): भारतीय समानांतर सिनेमा के अग्रदूत

  • किडनी संबंधित बीमारियों से जूझते हुए ली अंतिम सांस
  • बॉलीवुड और राजनेताओं ने जताया शोक
  • श्याम बेनेगल की अमर धरोहर: ‘अंकुर’ से ‘भारत एक खोज’ तक
  • दादा साहब फाल्के पुरस्कार विजेता को सिनेमा की दुनिया का नमन

मशहूर फिल्म निर्देशक श्याम बेनेगल का 90 वर्ष की आयु में निधन हो गया। समानांतर सिनेमा के अग्रदूत (Parallel Cinema) बेनेगल ने ‘अंकुर’, ‘निशांत’ और ‘भारत एक खोज’ जैसी कालजयी कृतियों से भारतीय सिनेमा (Indian Cinema) को नई दिशा दी। उनके निधन पर बॉलीवुड और राजनेताओं ने शोक व्यक्त किया।

श्याम बेनेगल का निधन: 90 वर्ष की उम्र में सिनेमा जगत ने खोया महान निर्माता-निर्देशक

नई दिल्ली, 24 दिसंबर 2024. बॉलीवुड के दिग्गज फिल्म निर्देशक श्याम बेनेगल का 23 दिसंबर को मुंबई के एक अस्पताल में निधन हो गया। किडनी से जुड़ी समस्याओं के कारण वे पिछले दो दिनों से कोमा में थे। उनके निधन की पुष्टि उनकी बेटी पिया ने की।

श्याम बेनेगल, भारतीय समानांतर सिनेमा के प्रमुख चेहरा थे। उनकी बेहतरीन फिल्मों ‘अंकुर’, ‘निशांत’ और ‘मंथन’ ने सिनेमा में क्रांति ला दी। उनके निर्देशन में बने धारावाहिक "भारत एक खोज" ने पंडित जवाहरलाल नेहरू की दृष्टि को बड़े परदे पर जीवंत किया।

उनके निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुख जताते हुए कहा, "श्याम बेनेगल के योगदान को भारतीय सिनेमा कभी नहीं भूल सकता।" महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने इसे एक युग का अंत बताया।

फिल्म निर्माता शेखर कपूर, हंसल मेहता, और अभिनेताओं मनोज बाजपेयी, अक्षय कुमार, और काजोल ने भी अपनी श्रद्धांजलि दी।

श्याम बेनेगल का सिनेमा जगत में योगदान

श्याम बेनेगल ने अपने करियर में 18 राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार, एक फिल्मफेयर अवॉर्ड और 2005 में दादा साहब फाल्के पुरस्कार जैसे प्रतिष्ठित सम्मान जीते। उन्होंने अपनी फिल्मों और धारावाहिकों के जरिए समाज के गहरे मुद्दों को उजागर किया। श्याम को 1976 में पद्मश्री और 1991 में पद्मभूषण सम्मान दिये गये।

उनके निधन से बॉलीवुड और सिनेमा प्रेमियों में गहरा शोक है। श्याम बेनेगल का नाम भारतीय सिनेमा की धरोहर में हमेशा जीवित रहेगा।