नई दिल्ली। साहेब के गुजरात मॉडल के खिलाफ 2002 के गुजरात दंगो की लगातार पैरवी कर रही सामजिक कार्यकर्ती तीस्ता सीतलवाड़ के एक केस में आज गुजरात के माननीय उच्च न्यायालय द्वारा अग्रिम जमानत को ख़ारिज कर दिया, साथ ही साजिश के तहत अहमदाबाद की क्राईम ब्रांच ने कुछ लोगो द्वारा तीस्ता पर लगाये गए आरोप के आधार पर FIR दर्ज कर लिया है। इस घटना पर भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी और कई जाने-माने सामाजिक कार्यकर्ताओं, शिक्षाविदों व मानवाधिकार कार्यकर्ताओं ने विरोध जताया है।
विभूति नारायण राय, पूर्व पुलिस महानिदेशक, उत्तर प्रदेश, प्रोफ़ेसर दीपक मालिक, डायरेक्टर, गांधीयन इंस्टी इंस्टीट्युट्स, प्रोफ़ेसर रूपरेखा वर्मा, पूर्व कुलपति, लखनऊ विश्वविद्यालय, प्रोफ़ेसर वसंती रमण, आनंद वर्धन, डा0 लेनिन रघुवंशी, डा0 मुनीज़ा खान, श्रुति नागवंशी, नसीम खान, प्रोफ़ेसर कमरजहाँ, डा0 ऋचा मिनोचा, सुबोध नारायण झा, जुगल किशोर शास्त्री, शमीम अब्बासी, अतहर सिद्दीकी, कौसरजहाँ, शबाना खान और डा0 मुनीज़ा खान ने एक संयुक्त वक्तव्य में कहा है, “चूँकि गुजरात दंगे में पैरवी करने के कारण ही 107 दोषियों को अदालत द्वारा आजीवन कारावास की सजा हुई है, जिसमें बड़े राजनैतिक नेता, आईपीएस अधिकारी समेत अन्य प्रशासनिक अधिकारी भी हैं। साथ अभी भी कुछ लोगों के खिलाफ अदालत में मामला लंबित है, जिसकी पैरवी तीस्ता द्वारा किया जा रहा है। जिसके कारण पूर्व में भी तीस्ता को सांप्रदायिक ताकतें धमकियां दे रही थीं कि इस केस में पैरबी बंद कर दें। जिसके बाद भी तीस्ता द्वारा लगातार पैरवी जारी रखी गयी। इसी कारण उनको साजिशन प्रशासन और राजनैतिक लोगो द्वारा कुछ पीड़ितो को बहला फुसलाकर पीड़ितो के ही माध्यम से झूठे केस में फँसाया जा रहा है। इसके पूर्व में भी कई सामाजिक कार्यकर्ताओं को प्रशासन व राजनैतिक लोगों द्वारा झूठे केस में फसाया गया है और फ़ँसाने की कोशिश की जाती रही हैं। साथ ही कई सामजिक कार्यकर्ताओ ने कई वर्ष झूठे केस के आरोप में जेल में बंद रहे है और अदालत ने उन्हें बाईज्जत बरी भी किया है। हम सभी सामाजिक संगठन के लोग प्रशासन द्वारा साजिशन सांप्रदायिक ताकतों के इशारे पर गुजरात दंगे में क़त्ल कर दिए और उजाड़ दिए गए पीड़ितो के न्याय के लिए लड़ रही एक सामजिक कार्यकर्त्री को साजिशन फ़ँसाने के इस कृत्य की कड़े शब्दों में निन्दा करते हैं और यह भी कहते हैं कि इस लोकतांत्रिक देश में अराजकता का हर स्तर पर विरोध करेंगे और एकजुट होकर इस तरह की साजिश को नाकाम करने का पूरा प्रयास करेंगे।“