साहेब के लोग, मीडिया और टेरर पॉलिटिक्स
साहेब के लोग, मीडिया और टेरर पॉलिटिक्स
राजधानी में आतंकवाद के नाम पर जो स्क्रिप्ट लिखी गई थी वो साफ करती है कि आजादी के जश्न में संघी राष्ट्रवाद का जहर फैला रहे हैं।
स्वतंत्रता दिवस बीत चुका और गोरखपुर में मासूमों की मौतों के लिए सफाई को जिम्मेदार ठहराते हुए स्वक्ष भारत का बिगुल बजाया गया। ठीक इसी मंच से योगी जी ने एसटीएफ-एटीएस, पुलिस की 'बहादुराना' कार्रवाइयों के लिए पीठ ठोंका ही था कि ब्रेकिंग न्यूज़ चलने लगी कि लखनऊ में एटीएस व एसटीएफ का छापा, आतंकवादियों के होने की मिली थी सूचना, चिनहट के कमता क्षेत्र के the quantam वर्ल्ड कॉल सेन्टर में एसटीएफ की टीम पहुँची, आतंकी छुपे होने की सूचना के बाद एसटीएफ की टीम ने की घेराबंदी, एसटीएफ और जिला पुलिस की कई टीम के साथ पहुँचे अधिकारी, क्राइम ब्रांच व सर्विलांस की टीम पहुँची, सीसीटीवी फुटेज कब्ज़े में लिए।
और बाद में मामला गलत निकला, STF वापस निकली, जिला पुलिस, डॉग स्क़वायड के साथ ले रही तलाशी।
सुरक्षा की दृष्टि से तो पहली नज़र में देखा जाए तो तत्परता को वाजिब माना जाएगा पर इस तत्परता के पीछे छिपी राजनीति को क्या आप नकार देंगे?
पर आपको तो हिन्दू राष्ट्र चाहिए, श्मशान-कब्रिस्तान चाहिए
एटीएस के असीम अरुण समेत तमाम लोगों को सम्मानित तो किया ही जाएगा क्योंकि ऐन चुनाव के वक़्त लखनऊ में सैफुल्लाह का फर्जी एनकाउंटर कर जो काम किया उसका इनाम योगी जी नहीं देंगे तो कौन देगा। जबकि इस एनकाउंटर में मारे गए या बाद में पकड़े गए जिन लोगों को आईएस का असीम ने बताया उनके दावे को पुलिस अधिकारी दलजीत चौधरी ने उसी वक़्त ये कहकर खारिज कर दिया कि आईएस से जुड़े होने के कोई सबूत नहीं हैं।
खैर ये तो आतंकवाद है, जो इन दिनों फर्जी मुठभेड़ व गिरफ्तारियां हुई उसमें यादव, पटेल और मुसलमान समुदाय के लोग ज्यादा आते हैं। जिन लोगों की फर्जी मुठभेड़ में मारने या फर्जी गिरफ्तारियां की जा रही हैं दरअसल वो भाजपा द्वारा इन जातियों के पावर ग्रुप्स को जबरन अपने पास आने को मजबूर करना है। और सरकार का 'सम्मान' का सिलसिला और अधिक फर्जी मुठभेड़ और गिरफ्तारियों के लिए पुलिस के आपराधिक मनोबल को बढ़ाएगा।
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आप ही सोचिए कि जब एक तरफ योगी एटीएस-एसटीएफ की 'बहादुराना' कार्रवाइयों की तारीफ करते हुए टीवी स्क्रीनों पर दिख रहे हों और उसी दरम्यान एनकाउंटर और आतंकियों के राजधानी लखनऊ में होने को लेकर ऑपरेशन हो रहा हो और आप परिवार के साथ आजादी का जश्न मनाते हुए उन देशभक्ति की फिल्मों को देख रहे हों जिसमें आतंक का किरदार कोई दाढ़ी-टोपी लगाए हुए शख्स निभा रहा हो तो ये देश भक्ति के नाम पर किस राजनीति के लिए भक्तों का निर्माण हो रहा है? इसे समझा जा सकता है।
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और पुलिस द्वारा मीडिया को वीडियो भेजना भी इसी का हिस्सा है कि आप जल्द से जल्द इसे स्क्रीनों और सोसल साइट्स के जरिए वाइरल कर सकें, जिससे योगी जी के 'ओजपूर्ण' भाषण के साथ इसे दिखाकर स्वतंत्रता दिवस का पूरी पैकेजिंग की जा सके। ठीक ऐसी ही पैकेजिंग 8 मार्च को भी की गई।
याद कीजिए राजधानी में सैफुल्लाह फर्जी एनकाउंटर के वीडियो, गिरफ्तारी और एक बेबस बाप से उसके बेटे को जबरन आतंकी कहलवाया जा रहा था, मोदी जी सोमनाथ के दर्शन कर रहे थे और यूपी में अंतिम चरण के मतदान की झलकियां। सोचिए क्या असर पड़ता है उस आम जेहन पर। क्योंकि अगर एसटीएफ-एटीएस पारदर्शिता के लिए करती है तो उसे बताना चाहिए कि सैफुल्लाह का फर्जी एन्काउंटर कर उसने आईएस का झंडा बिछा कर कुछ तमंचे रखकर आईएस का आतंकी करार दिया जिसे बाद में पुलिस के दूसरे अधिकारी ने खारिज कर दिया।
साम्प्रदायिकता भड़काने के आरोपी योगी आदित्यनाथ का नाम लेने पर पत्रकार महोदय की स्याही सूख जाती है
| राजीव यादव. लेखक स्वतंत्र पत्रकार, मानवाधिकार कार्यकर्ता, ऑपरेशन अक्षरधाम के लेखक व राज्य प्रायोजित आतंकवाद के विशेषज्ञ हैं. |
राजधानी में आतंकवाद के नाम पर जो स्क्रिप्ट लिखी गई थी वो साफ करती है कि आजादी के जश्न में संघी राष्ट्रवाद का जहर फैला रहे हैं। कभी बांग्लादेशी तो कभी झूठी सूचना देकर। यूपी कोका की तैयारी के साथ ऐसी फर्जी वारदातों को अंजाम देकर मूल सवालों से भटकाने की कोशिश की जा रही है। जिसे पिछले दिनों विधानसभा में पीईटीएन नाम के विस्फोटक पदार्थ की झूठी अफवाह के बाद हुई राजनीति में देखा जा सकता है। इसलिए इस पर खुलकर बात होनी चाहिए।
इसी तरह नहीं योगी के भाषण किस सूचना माध्यम पर कब चलेगा इसकी सूचना जारी की जाती है।।।
स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी का प्रदेश की जनता के नाम संदेश 15 अगस्त, 2017 को दूरदर्शन व आकाशवाणी पर प्रसारित होगा।
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दूरदर्शन केन्द्र, लखनऊ से मुख्यमंत्री जी का संदेश 15 अगस्त, 2017 को प्रातः 09ः00 बजे प्रसारित किया जायेगा। इसे प्रदेश के सभी दूरदर्शन केन्द्र रिले करेंगे। यह प्रसारण डी0डी0 फ्री डिश-31, डेन-137, नेट विजन-138, लखनऊ नाइन-237, बिग टी0वी0-250, एयरटेल-349, हाथवे-483, सिटी केबल-671, डिश टी0वी0-229, विडियोकॉन डी-टू-एच-889 तथा टाटा स्काई-1195 पर भी उपलब्ध रहेगा। मुख्यमंत्री जी का यह संदेश पूर्वान्ह 11:30 बजे पुनः प्रसारित किया जाएगा।
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आकाशवाणी लखनऊ पर मुख्यमंत्री जी का संदेश रात 08:00 बजे प्रसारित किया जायेगा। यह संदेश प्राइमरी चैनल (फ्रीक्वेन्सी 401।61 मी0) तथा ए0आई0आर0 एफ0एम0 रेनबो-100।7 मेगाहर्टज़ पर सुना जा सकेगा।
ये भाषण की टाइमिंग की परंपरा कब से शुरू हुई इसकी कोई जानकारी देगा तो हम उसके शुक्रगुजार होंगे।।।
आतंकवाद जैसे गंभीर मसलों पर सरकार खुद फैला रही है अफवाह - रिहाई मंच


