स्वतंत्रता दिवस के जश्न के बीच मोदी के मित्र ट्रंप ने भारत से निभाई दुश्मनी, दी ये धमकी
स्वतंत्रता दिवस के जश्न के बीच मोदी के मित्र ट्रंप ने भारत से निभाई दुश्मनी, दी ये धमकी

WASHINGTON, Nov. 20, 2018 (Xinhua) — U.S. President Donald Trump speaks to reporters before departing from the White House in Washington D.C., the United States, on Nov. 20, 2018. Donald Trump has submitted written answers to questions from Special Counsel Robert Mueller probing into the alleged Russian meddling in the 2016 U.S. elections, local media…
भारत, चीन अब विकासशील राष्ट्र नहीं : ट्रंप
नई दिल्ली, 14 अगस्त 2019. अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को यूं तो प्रधीनमंत्री नरेंद्र मोदी अपना मित्र कहते नहीं अघाते हैं, लेकिन ट्रंप हैं कि इस दोस्ती का कतई मान नहीं रखते हैं। भारत के स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर ट्रंप ने जो धमकी दी है, वो तो पूरी तरह से भारत से दुश्मनी है।
Trump has said that India and China are no longer developing countries
ट्रंप ने कहा है कि भारत व चीन अब विकासशील देश नहीं रहे हैं।
ट्रंप ने दावा किया कि भारत व चीन वर्ल्ड ट्रेड ऑर्गेनाइजेशन (डब्ल्यूटीओ) के टैग (World Trade Organization (WTO) tags)का 'फायदा ले रहे हैं' और चेताया कि वह अब इसे और नहीं होने देंगे।
अंतर्राष्ट्रीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ट्रंप ने पीट्सबर्ग में मंगलवार को एक प्रचार अभियान रैली में कहा,
"वे (डब्ल्यूटीओ) कुछ देशों जैसे चीन, भारत.. को विकासशील राष्ट्र के रूप में देखते हैं। देखिए, अब वे विकसित हो चुके हैं और इन्होंने जबरदस्त फायदा उठाया..हम इसे अब और नहीं होने देंगे..हर कोई प्रगति कर रहा है, सिवाय हमारे (अमेरिका के)।"
उन्होंने रैली में कहा कि वे (भारत व चीन) डब्ल्यूटीओ से मिले विकासशील देश के दर्जे का फायदा ले रहे हैं, जिससे अमेरिका को नुकसान हो रहा है।
डब्ल्यूटीओ एक अंतरसरकारी संगठन है जो राष्ट्रों के बीच अंतर्राष्ट्रीय व्यापार को नियंत्रित करता है।
मीडिया रिपोर्ट में कहा गया कि व्हाइट हाउस ने एक ज्ञापन में कहा है कि चीन और कई अन्य देशों ने विकासशील देशों के रूप में अपने को दिखाना जारी रखा है। इससे उन्हें लाभ मिल रहा है और डब्ल्यूटीओ के कुछ अन्य सदस्य देशों से अलग वे कम जिम्मेदारियां उठा रहे हैं।
ट्रंप ने कहा कि अगर जिनेवा स्थित संगठन कुछ राष्ट्रों को फायदा पहुंचाने की अपनी कमियों पर ध्यान देने में विफल रहता है तो फिर अमेरिका को डब्ल्यूटीओ की जरूरत नहीं है।


