हमें किसी सहारे की जरूरत नहीं, जो कमजोर हैं उन्हें चाहिए सहारा-मायावती
यूपी में कामयाब नहीं होगा महागठबंधन: मायावती

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले महागठबंधन की कवायद में जुटी समाजवादी पार्टी और कांग्रेस को बहुजन समाज पार्टी प्रमुख मायावती ने आड़े हाथों लेते हुए कहा है हमारी पार्टी को किसी सहारे की जरूरत नहीं, जो कमजोर होते हैं उन्हें सहारे की जरूरत होती है।
सुश्री मायावती ने कहा कि सहारे की जरूरत उसको होती है, जो कमजोर होता है। महागठबंधन बनाने की जो कवायद चल रही है, वह सफल नहीं होगी।
लखनऊ में पार्टी कार्यालय में संवाददाताओं सामने लिखित वक्तव्य पढ़ते हुए मायावती ने कहा कि सपा ने गठबंधन की बात कर चुनाव से पहले ही हथियार डाल दिया है।

उप्र में चल रही यात्राओं को लेकर मायावती ने केंद्र व राज्य सरकार पर जमकर निशाना साधा।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अगर काम किया होता तो आज सपा को रथयात्रा की जरूरत नहीं पड़ती। इसी तरह यदि केंद्र सरकार ने काम किया होता तो भाजपा को परिवर्तन यात्रा निकालने की 'नौटंकी' नहीं करनी पड़ती।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि मोदी सरकार यदि कालाधन के 20-20 लाख रुपये आम आदमी के खाते में डाल दें तो अच्छा होगा, लेकिन वह जुमलेबाजी के अलावा और कुछ नहीं कर रही है।

मायावती ने कहा कि प्रदेश की जनता इनके बहकावे में नहीं आएगी। उप्र में बसपा की पूर्ण बहुमत की सरकार बनने जा रही है।
जनता इस बार बसपा को वापस लाने का मन बना चुकी है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा में भी अपराधियों की भरमार है। केंद्र से लेकर प्रदेश में यदि देखा जाए तो सबसे ज्यादा गुंडे व माफिये भाजपा में ही हैं। अगर किसी को भाजपा की सच्चाई जाननी हो तो पार्टी अध्यक्ष अमित शाह का इतिहास देख ले।

मायावती के वक्तव्य की खास बातें

भाजपा में सबसे ज्यादा आपराधिक तत्व भरे पड़े हैं। कितने नाम गिनाये जाये। वैसे भी इसकी शुरूआत गुजरात राज्य से ही होती है। इस बारे में नाम किसी से भी छिपे नहीं है बल्कि उनके नाम पूरा देश जानता है।
इसके अलावा श्री अमित शाह का अपना इतिहास क्या रहा है, यह भी सभी लोगों को मालूम है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा की सरकार घोर किसान-विरोधी साबित हुई है।
नया भूमि अधिग्रहण अध्यादेश बार-बार लाकर किसानों की भूमि छीनकर बड़े-बड़े पूँजीपतियों व धन्नासेठों को देने का प्रयास किया व खासकर गन्ना किसानों का बकाया अदा करने का दावा भी सरासर गलत।
सपा परिवार में वर्चस्व की लड़ाई के परिणामस्वरूप उनका बेस यादव वोट बुरी तरह से दो खेमों में बंट गया है और दोनों ही गुट आपसी मार-काट में लगे हैं तथा एक-दूसरे को हराने में भी कोई कसर नहीं छोड़ने वाले हैं, जिस कारण सपा को वोट देकर खराब नहीं करना है। खासकर मुस्लिम समाज के लोग इस बात को खूब अच्छी तरह से समझ रहे हैं।
सपा को वोट देने का मतलब है भाजपा को जिताने में मदद करना।

I am here to expose the lies said by BJP leaders during their Parivartan Yatra: BSP Chief Mayawati pic.twitter.com/uDaSJd9k8H
— ANI UP (@ANINewsUP) November 7, 2016

Agar BJP ne apne vaado ka 1/3 kaam bhi kiya hota to aaj unko ye Parivartan Yatra ka natak nahi karna padta: BSP Chief Mayawati pic.twitter.com/eVnxZh906K
— ANI UP (@ANINewsUP) November 7, 2016