दिनेश शाक्य
लखनऊ। लोकसभा चुनाव की घोषणा के साथ ही समाजवादी पार्टी चुनाव प्रकिया में तेजी से जुट गई है। सपा के कद्दावर नेता और उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री शिवपाल सिंह यादव अपनी पार्टी के प्रत्याशियों के पक्ष में सक्रियता से माहौल बनाने में जुट गये हैं। मुख्यमंत्री के चाचा शिवपाल सिंह यादव ने समाजवादी पार्टी की नीतियों को प्रचार का बेहतर माध्यम तो बनाया ही है साथ ही उन्होंने कार्यकर्त्ताओं पर पकड़ भी बना रखी है। देश और राज्य के चुनिंदा विषयों पर जनादेश के संवाददाता दिनेश शाक्य ने कई अहम विषयों पर शिवपाल सिंह यादव से बात की। पेश है इसी मुलाकात के खास अंश - - -
- सपा कार्यकर्त्ताओ से आप किस तरह से सम्मेलनों में सपा प्रत्याशियो को जिताने की अपील कर रहे हैं ?
— देखिये, ये जो लोकसभा चुनाव होने जा रहे है हिंदुस्तान में, तो समाजवादी पार्टी का लक्ष्य अकेले उत्तर प्रदेश से 60 सीटों के जीतने का रखा गया है। तीसरे मोर्चे की सरकार को हम हर हाल में बनाने के लिए प्रयासरत हैं। समाजवादी पार्टी की भूमिका सबसे बड़े दल के रूप मे सामने आने के लिए तैयार है। इसलिए बूथ स्तर के कार्यकर्त्ताओं को हम लोग सजग करने में लगे हुए हैं और उन्हें इस बात के लिए आगाह कर रहे हैं कि किसी के भी बहकावे मे ना आयें।
- नेता जी, मुलायम सिंह यादव के दो स्थानों मैनपुरी और आजमगढ़ से चुनाव मैदान में उतरने की बात सामने आ रही है इन खबरों में कितनी सच्चाई है ?
— हम पहले भी साफ कर चुके हैं एक बार फिर से साफ कर रहे हैं कि नेता जी के दो स्थानों से चुनाव मैदान में उतरने की या फिर आजमगढ़ से चुनाव लड़ने की बातों में कोई हकीकत नहीं है। समाजवादी पार्टी की ओर से ऐसा कोई प्रस्ताव भी नहीं दिया गया है। मैनपुरी बहुत अच्छा है इसलिए उसे छोड़ने का कोई सवाल ही नहीं उठता है।
- 2012 मे जिस तरह से क्रांति रथ चला कर लोगों को आकर्षित किया गया था क्या इस बार संसदीय चुनाव में भी आम लोगों तक अखिलेश सरकार की उपलिब्धयों को पहुंचाने के लिए कोई रथ या फिर यात्रा जैसा कार्यक्रम शुरू किया जायेगा ?
— संसदीय चुनाव को लेकर समाजवादी पार्टी की ओर से पार्टी के सभी छोटे बड़े राजनेताओं को निर्देशित कर दिया गया है कि वे अपने-अपने इलाकों में जाकर सरकार की उपलब्धियों को लोगों के बीच रख कर पार्टी के पक्ष में काम करें लेकिन ध्यान इस बात का रखें कि चुनाव आयोग की आचार संहिता का पालन करने में कोई गड़बड़ी ना होने पावे।
- शिवपाल सिंह जी, उत्तर प्रदेश में मोदी-मोदी-मोदी की मांग और गूंज सुनाई और दिखलाई दे रही है खास कर विपक्षी दलों की ओर से, आप क्या देखते हैं ?
— देखिये, उत्तर प्रदेश में मोदी की हवा निकल चुकी है इनको प्रत्याशी भी नहीं मिल पा रहे हैं और उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के सामने इनको प्रत्याशी भी नहीं मिल पा रहा है और उत्तर प्रदेश की जनता समाजवादी पार्टी के साथ है। उसका कारण है कि दो साल में समाजवादी पार्टी ने इतना विकास उत्तर प्रदेश में किया है और जो भी चुनावी वायदे किये थे, सब के सब पूरे कर दिये हैं। अब यहाँ तक कि दूसरे प्रांत भी विकास के मामले में उ.प्र. की नकल कर रहे हैं और जो इतनी योजनाएं लागू कर दी तो उत्तर प्रदेश की जनता ने तय कर लिया है कि उत्तर प्रदेश में जो हमारा लक्ष्य था समाजवादी को साठ सीटों से ऊपर जितने का निश्चित ही उत्तर प्रदेश की जनता समाजवादी पार्टी को जितायेगी। और जो ये सांप्रदायिक शक्तियों और जो पूंजीवादी भ्रष्ट शाक्तियों ने जो बार-बार चुनौती दी थी तो समाजवादी पार्टी ने इसलिए अपने प्रत्याशी भी बहुत पहले घोषित कर दिये थे, समाजवादी पार्टी की पूरी तैयारी है उत्तर प्रदेश में साठ सीटे जीतने की और साठ सीटे जीतेंगे और जो सांप्रदायिक शक्तियां है इनको सामजवादी पार्टी सत्ता में आने से पहले भी दो बार रोक चुकी है एक बार फिर से किसी भी कीमत में उत्तर प्रदेश का सद्भाव कितना भी यह सांप्रदायिक शक्तियां, सांप्रदायिक सद्भाव बिगाड़ने की कोशिश करें लेकिन समाजवादी पार्टी किसी भी कीमत मे सद्भाव नहीं बिगाड़ने देगी। इन सांप्रदायिक शक्तियों को, चाहे मोदी हो या फिर कोई और हो, समाजवादी पार्टी इनको सत्ता में नहीं आने देगी यह समाजवादी पार्टी ने तय कर लिया है।
- उत्तर प्रदेश की बात तो कर ही रहे हैं आप, उत्तर प्रदेश के अलावा देश में समाजवादी पार्टी के खाते में कुल कितनी सीटें आ सकती हैं ?
-देखिये, उत्तर प्रदेश के अलावा मध्यप्रदेश, बिहार, छत्तीसगढ़, झारखंड, राजस्थान, हरियाणा और उत्तराखंड में और यहा तक कि आंधप्रदेश में भी और तमिलानाडू में भी, महाराष्ट्र में भी समाजवादी पार्टी इतने राज्यों में चुनाव लड़ रही है। निश्चित तौर पर सपा के सभी प्रांतो में अबकी बार प्रत्याशी जीतेंगे। हमारा खाता सभी प्रदेशों में खुलेगा और निश्चित ही हम कहीं दो, कहीं तीन प्रत्याशी जीतेंगे। इस तरीके से उत्तर प्रदेश मे कम से कम 60 और अन्य प्रांतों में कम से कम 20 से 25 सीटें जीत कर समाजवादी पार्टी हिन्दुस्तान में सबसे बड़े दल के रूप मे उभर करके आयेगी और अब की हिंदुस्तान में तीसरे मोर्चे की सरकार हम बनायेंगे और उसमें महत्वपूर्ण भूमिका समाजवादी पार्टी की रहेगी।
- भाजपा के प्रधानमंत्री पद के प्रत्याशी नरेंद्र मोदी के लगातार उत्तर प्रदेश की बनारस सीटें से चुनाव मैदान में उतरने का कहा जा रहा था लेकिन अभी यह खबर आई है कि वो बनारस क्या उत्तर प्रदेश की किसी भी सीट से चुनाव नहीं लड़ेंगे क्यों कि उनको गुजरात से चुनाव मैदान में उतारने का फाइनल कर दिया गया है। ऐसे में आपको क्या लगता है कि नरेंद्र मोदी को समाजवादी पार्टी से डर लग गया है ?
— देखिये, अब उन्होने देख लिया है कि उत्तर प्रदेश में अगर मोदी यहां पर आते हैं, तो समाजवादी पार्टी और मजबूत होगी इसकी वजह से पूरे उत्तर प्रदेश में ये सभी दल के लोग परेशान हैं, भाग रहे हैं इसलिए उत्तर प्रदेश की जनता ने जो माहौल बनाया है समाजवादी पार्टी के पक्ष में इसलिए भाग रहे हैं।
- ऐसा सुनने मे आया है कि उत्तर प्रदेश के कई मंत्रियों को आपने चेतावनी दी हुई है जिनकी संख्या बीस के करीब बताई जा रही है, इसकी क्या वजह है।
— नहीं, देखिये पूरी समाजवादी पार्टी एक हो करके चाहे सांप्रदायिक शक्तियां हों या चाहे भ्रष्ट पूंजीवादी शक्तियां हों, चाहे कोई हो, समाजवादी पार्टी एक हो करके चुनाव लड़ेगी और कहीं पर भी कोई पार्टी विरोधी, अगर कोई भी हो पार्टी विरोधी काम करेगा तो उसके खिलाफ कार्यवाही होगी।
- गुजरात के मुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी की ओर घोषित किये गये प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी को रोकने के लिये फुलप्रूफ इंतजाम समाजवादी पार्टी की ओर से क्या किया गया है ?
— देखिये, समाजवादी पार्टी ने दो बार भारतीय जनता पार्टी को दिल्ली में सरकार काबिज करने से रोका है और फिर किसी भी कीमत में सांप्रदायिक शक्तियों को देश की कुर्सी पर नहीं बैठने देंगे और फिर रोका है, फिर रोक देंगे।
- सरदार पटेल के नाम का सहारा लेकर आजकल वोट मांगने का सिलसिला नरेंद्र मोदी की ओर से बड़े स्तर पर किया जा रहा है मोदी के इस कदम पर आप क्या कह सकते हैं ?
— सरदार पटेल को आज याद करने वालों ने कभी-कभी भी उनको याद नहीं किया। महात्मा गांधी की हत्या के बाद पटेल ही अकेले ऐसे शख्स थे जिन्होंने आरएसएस पर प्रतिबंध लगाकर दो दिन में इन लोगों को सही कर दिया था। असल में भाजपा चालबाज और धोखेबाज संगठन है।
- भाजपा के प्रत्याशी नरेंद्र मोदी का चुनाव प्रचार का बड़े स्तर पर मीडिया में तरजीह मिल रही है इसे आप किस नजरिये से देख रहे हैं ?
— जो अभी इनके दिमाग सातवें आसमान पर है ये पता नहीं चलेगा चुनाव के नतीजे आने के बाद कहा गये मोदी। मीडिया का प्रचार प्रयोजित है उससे कोई फर्क नहीं पड़ता क्यों कि समाजवादी पार्टी का मतदाता पुख्ता है।
- हर ओर मोदी मोदी- मोदी की गूंज सुनाई और दिखाई दे रही है ऐसा माहौल क्यों बना हुआ है ?
— हवा भले ही मोदी मोदी की दिखलाई दे रही हो लेकिन उनको चुनाव मैदान में उतारने के लिए प्रत्याशी भी नहीं मिल पा रहे हैं। जब हर ओर मोदी-मोदी और मोदी ही हो रहा है तो फिर प्रत्याशी खुद के दलों में क्यों नहीं है दूसरे दलों के नेताओं पर डोर डाले जा रहे है। ऐसा भी सुना जा रहा है कि करीब 20 संसदीय सीटों पर चुनाव लड़ने के लिए उनके पास कोई प्रत्याशी ही नहीं है, ऐसे मे सिर्फ हवा क्या कर पायेगी। मोदी की हवा सिर्फ टीवी में नजर आ रही है हमारी पार्टी धरातल पर काम करने में यकीन करती है। हम जहां भी सम्मेलन या फिर सभा करते हैं। हमारे पास बूथ स्तर तक के पदाधिकारियों का खाका तैयार है लेकिन मोदी के नाम पर हवा की कहानी पेश करने वालों के पास प्रत्याशी भी नहीं है।
- ऐसा कहा जा रहा है कि मुजफ्फरनगर दंगों के बाद समाजवादी पार्टी से एक तबके के लोगो में खासी नाराजगी है, क्या ऐसा हकीकत में है ?
— पहले तो हम साफ-साफ कहेंगे मुजफ्फरनगर दंगे नहीं हिंसा हुई जो दो वर्गों के बीच हुई है। ऐसी घटनाओं से सरकार काफी दुखी है और अपनी ओर से दुख भी जता चुकी है। वारदात के दो दिन के ही भीतर सरकार ने पूरी हिंसा पर काबू पा लिया। हम आपको बता दे इस घटना के बाद पीड़िता को घर मकान तो दिया गया है उनको सरकारी नौकरियों भी दी गई है इसके बावजूद विपक्षी दल इस घटना को अभी भी मुददा बनाये हुए हैं। हमें पूरा यकीन है ऐसी कोशिशें कभी कामयाब नहीं होगी क्यों कि सरकार के प्रयासों की हर किसी ने सराहना की है।
जनादेश न्यूज़ नेटवर्क