हाँ अंतर था गुजरात और चौरासी के दंगों में. उतना ही जितनी समानता थी.
हाँ अंतर था गुजरात और चौरासी के दंगों में. उतना ही जितनी समानता थी.
अशोक कुमार पाण्डेय
1- समानता यह कि दोनों में सत्ताधारी पार्टी ने प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से मदद की.
2- अंतर यह कि जहां संघ परिवार की विचारधारा में मुसलमानों के लिए नफ़रत है, कांग्रेस की विचारधा
रा में ऐसा नहीं है. इंदिरा जी की मौत के बाद भड़के दंगों को रोका जा सकता था और तत्परता से, नहीं रोका गया. लेकिन इसके पहले या इसके बाद कांग्रेस का कोई सिख विरोधी इतिहास नहीं है. याद रखिये मनमोहन सिंह को दस साल प्रधानमंत्री और अमरिंदर सिंह लवली को कांग्रेस का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया. क्या आप किसी मुस्लिम भाजपाई प्रधानमंत्री की कल्पना कर सकते हैं?
ये भी पढ़ें -
नाना जी देशमुख ने 1984 के जनसंहार को न्यायोचित ठहराया था, देखें दस्तावेज
3- सिख विरोधी दंगों में आरोपी नेताओं का राजनीतिक कैरियर हमेशा के लिए समाप्त हो गया. वे कांग्रेस की राजनीति में कोई बड़ी भूमिका न पा सके. गुजरात को देखिये, वहां के आरोपियों की गुजरात और अब दिल्ली की सत्ता तथा पार्टी में भूमिका देखिये, अंतर साफ़ होगा.
4- इसके आगे जाकर ज़रा रिकॉर्ड देख लीजिये सज़ाओं का. साथ में पुनर्वास देख लीजिये. सिखों से मांगी सार्वजानिक माफ़ी देख लीजिये. आप इनकी तुलना गोधरा दंगों के आरोपियों की सज़ाओं, उस समय के पीड़ितों को दी गई मदद और उस पर संघी लोगों का स्टैंड देख लीजिये. अंतर दिखेगा.
ये भी देखें -
1984 में #राजीवगांधी सरकार का कोई हाथ नहीं जबकि 2002 में #मोदी सरकार की मिलीभगत
5- इस बात के सबूत हैं कि चौरासी के दंगों में आरएसएस के लोगों ने हिस्सेदारी की थी. उनके एक बड़े नेता ने इसके समर्थन में पर्चा निकाला था और वह जार्ज फर्नांडीज ने अपनी पत्रिका में प्रकाशित किया था. तो यह एक अंतर पैदा करता है या समानता, इसे देख लिया जाना चाहिए.
6- इस अंतर को समझना हो तो दिल्ली के एक आम सिख के आत्मविश्वास और सेन्स ऑफ़ बिलांगिंग की तुलना गुजरात के एक आम मुसलमान से कर लीजिये.
7- चौरासी के बाद किसी कांग्रेसी का सिख विरोधी बयान मुझे दिखा दीजिये, गुजरात दंगों के बाद के संघ के मुस्लिम विरोधी बयान तो आप मुझसे मांगेंगे भी नहीं.
Ashok Kumar Pandey की वॉल से.
SEARCH RESULTS FOR: 84
देश
1984 में #राजीवगांधी सरकार का कोई हाथ नहीं जबकि 2002 में #मोदी सरकार की मिलीभगत
हस्तक्षेप | 2015/11/04
नई दिल्ली। असम के मुख्यमंत्री तरुण गोगोई ने कहा है कि 1984 के सिख जनसंहार में राजीव गांधी सरकार का कोई हाथ नहीं था जबकि 2002 के गुजरात
Read More
OPINION
NANA DESHMUKH IN THIS DOCUMENT IS SEEN OUTLINING THE JUSTIFICATION OF THE MASSACRE OF THE SIKH COMMUNITY IN 1984
Shamsul Islam | 2015/11/02
31 YEARS AFTER THE 1984 MASSACRE OF SIKHS THE PERPETRATORS ARE YET TO BE TRACED Shamsul Islam The India State is still searching for the criminals behind 1984
Read More
आपकी नज़र
अभी हमें बहुत कुछ देखना है, जो हमने 1984 या 2002 में नहीं देखा था।
हस्तक्षेप | 2015/10/14
1990 के दशक के अंत व उसके बाद वाले वर्षों में बर्लिन के हुम्बोल्ट विश्वविद्यालय में प्रो. युंग हुआ करते थे। भारतविद्या के प्रोफ़ेसर, जर्मन बुद्धिजीवियों के बीच
Read More
NATION
WELCOME! US APPEALS COURT TO HEAR 1984 CASE AGAINST SONIA GANDHI! WHAT ABOUT MODI AND GUJARAT GENOCIDE!
हस्तक्षेप | 2015/06/12
Welcome! US appeals court to hear 1984 case against Sonia Gandhi! What about Modi and Gujarat Genocide! Media reports : A US appeals court will hear oral arguments
Read More
बुद्धू बक्सा
प्रिय अर्णब गोस्वामी, क्या हाशिमपुरा 1984 और मुज़फ्फरनगर दंगे थे और गुजरात में दंगे नहीं थे ?
हस्तक्षेप | 2015/04/18
आप दुर्भावना से प्रेरित हैं, अर्णब गोस्वामी – खुला पत्र प्रिय अर्णब गोस्वामी, हालांकि आप सर्वसक्षम और सर्वशक्तिमान टीवी पत्रकार-सम्पादक और प्रस्तोता हैं, लेकिन फिर भी मैं नाचीज़
Read More
ENGLISH
AMRITSAR, 1984 : THE TRIALS OF A SIKH JOURNALIST
हस्तक्षेप | 2015/04/03
1984! A Sikh Journalist’s Dilemma I watched with alarm as the security forces occupied Punjab in the first week of June 1984, when I also observed how some
Read More
UNCATEGORIZED
THE TRAGEDY OF 1984: CHALLENGES FOR A SIKH JOURNALIST
हस्तक्षेप | 2015/04/03
It is nearly three decades since the tragedy of June 1984 which engulfed the entire Sikh community in India. As a ‘critical event,’ it is now part of
Read More
बहस
84 से दीमापुर तक
हस्तक्षेप | 2015/03/12
दीमापुर की घटना को सही ठहराने वाले भी उतने ही दोषी हैं, जितने उसे अंजाम देने वाले? खतरनाक यह है कि इस हत्या को उस एक वर्ग का
Read More
OPINION
1984-FIRS WERE NOT REGISTERED; PRESSURE PUT ON DELHI CHIEF JUSTICE
हस्तक्षेप | 2014/11/09
Justice Rajindar Sachar ON the October 31, 1984, evening I was coming back after inspecting the Shahdara courts when I heard the tragic news of killing of Mrs.
Read More
OPINION
THE BROKEN MIDDLE-A MUST READ ON 1984 MASSACRE OF SIKHS IN INDIA.
हस्तक्षेप | 2014/11/02
Read More
मुद्दा
नाना जी देशमुख ने 1984 के जनसंहार को न्यायोचित ठहराया था, देखें दस्तावेज
हस्तक्षेप | 2014/10/31
शम्सुल इस्लाम आरएसएस भारत में अल्पसंख्यकों को दो श्रेणियों में विभाजित करने से कभी नहीं थकता है। प्रथम श्रेणी में है जैन, बौद्ध तथा सिख जो भारत में
Read More
RELEASE
30 YEARS SINCE 1984: MASS COMMUNAL VIOLENCE AND LESSONS IN IMPUNITY
हस्तक्षेप | 2014/10/30
Friends, comrades and students of late Professor Iqbal Ansari cordially invite you to attend the 4th Professor Iqbal Ansari Memorial Lecture on 30 years since 1984: Mass Communal
Read More
RELEASE
THE GUILTY OF THE 1984 MASSACRE MUST BE PUNISHED!
हस्तक्षेप | 2014/10/24
30th anniversary of genocide of Sikhs : The guilty of the 1984 massacre must be punished! Unite to end state terrorism, politics of hatred and communalism! Join the
Read More
आजकल
84 के दंगों में नामजद था अटल जी का चुनाव इंचार्ज
हस्तक्षेप | 2014/02/09
पारसाई दिखाते सांप्रदायिक दंगों के यह विशेषज्ञ तनवीर जाफ़री कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर इशारा करते हुये 2009 में उन्हें मौत
Read More
बहस
1984- दिल्ली जल रही थी तो संघ परिवार सोया हुआ था ?
हस्तक्षेप | 2014/02/04
1984 के दंगे भाजपा,कांग्रेस और हम जिन संघ कार्यकर्ताओं ने दिल्ली में सिख नरसंहार में हिस्सा लिया था उनको संघ ने दण्डित क्यों नहीं किया ? जगदीश्वर चतुर्वेदी
Read More
OPINION
RSS IDEOLOGUE NANA DESHMUKH JUSTIFIED MASSACRE OF SIKHS IN 1984
हस्तक्षेप | 2013/10/26
Shamsul Islam The blood of innocent Sikhs massacred in 1984, spilled in different parts of the country and seen on the cuffs of the then rulers has not


