वर्धा, 10 सितंबर, 2019 : आचार्य विनोबा भावे के 125वें जयंती वर्ष (The 125th birth anniversary year of Acharya Vinoba Bhave) के उपलक्ष्‍य में महात्‍मा गांधी अंतरराष्‍ट्रीय हिंदी विश्‍वविद्यालय वर्धा (Mahatma Gandhi International Hindi University Wardha) विनोबा जी के जन्‍मदिवस (Vinoba Bhave's Birthday) 11 सितंबर 2019 को विश्‍वविद्यालय शताब्‍दी वर्ष समारोह का शुभारंभ कर रहा है। इस अवसर पर आयोजित समारोह के लिए मुख्‍य अतिथि एवं वक्‍ता के रूप में वरिष्‍ठ वैज्ञानिक, पद्म भूषण डॉ. विजय भटकर जी उपस्थित रहेंगे।

इस अवसर पर विशिष्‍ट अतिथि के रूप में वर्धा के सांसद रामदास तडस उपस्थित रहेंगे।

विश्‍वविद्यालय के डॉ. श्‍यामा प्रसाद मुखर्जी विद्या भवन के कस्‍तूरबा सभागार में बुधवार को 3.00 बजे से आयोजित समारोह की अध्‍यक्षता विश्‍वविद्यालय के कुलपति प्रो. रजनीश कुमार शुक्‍ल करेंगे।

में श्री चंद्रकांत रागीट, पवनार आश्रम के श्री बाल विजय, सुश्री कविता श्रीधर शनवारे उपस्थित रहेंगी।

कार्यक्रम का संचालन ऋषभ मिश्र करेंगे तथा धन्‍यवाद ज्ञापन कुलसचिव प्रो. के. के. सिंह प्रस्‍तुत करेंगे। कार्यक्रम में उपस्थित रहने का आह्वान कार्यक्रम के संयोजक, शिक्षा विद्यापीठ के अधिष्‍ठाता प्रो. मनोज कुमार ने किया है।

कौन हैं डॉ. विजय भटकर - Who is Dr. Vijay Bhatkar

डॉ विजय भटकर दिल्ली स्थित भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) के बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के अध्यक्ष हैं. इसके अलावा वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संगठन विज्ञान भारती के प्रमुख भी हैं, जो स्वदेशी विज्ञान को बढ़ावा देने से जुड़ा है.

डॉ भटकर 1987 में पुणे स्थित सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ एडवांस्ड कंप्यूटिंग (सी-डैक) में सुपर-कंप्यूटर बनाने की परियोजना का नेतृत्व कर चुके हैं. इसके तहत देश के पहले सुपर कंप्यूटर परम 8000 और परम 10000 बनाए गए थे. उन्हें 2000 में पद्मश्री और 2015 में पद्मभूषण मिल चुका है. उनकी 20 से अधिक पुस्‍तकें तथा अनेक शोध पत्र प्रका‍शित हैं। वे भारत सरकार की महत्‍वाकांक्षी परियोजना उन्‍नत भारत अभियान के अध्‍यक्ष भी है। विज्ञप्ति के मुताबिक भारतीय सुपर कम्प्यूटरों के विकास में उनका योगदन अद्वितीय है। उनकी सबसे बड़ी पहचान देश के पहले सुपरकंप्यूटर परम के निर्माता और देश में सुपरकंप्यूटिंग की शुरुआत से जुड़े सी-डेक के संस्थापक कार्यकारी निदेशक के तौर पर है।