संविधान का अपमान करने वाले हिन्दू महासभा के लोगों को गिरफ्तार किया जाए- एसडीपीआई की मांग
कानपुर। सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (एसडीपीआई) ने आज गणतंत्र दिवस का विरोध करने वाले हिन्दू महासभा के लोगों की गिरफ्तारी की माँग करते हुए धरने का आयोजन किया।
एसडीपीआई की एक विज्ञप्ति में बताया गया है कि अखिल भारतीय हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अशोक कुमार शर्मा की अध्यक्षता में गणतंत्र दिवस का विरोध कर 26 जनवरी को काला दिवस के रूप में मनाया जिसका एसडीपीआई ने पुरज़ोर विरोध किया। जिसके मद्देनज़र कानपुर के शिक्षक पार्क रोड पर एसडीपीआई के द्वारा एक विरोध प्रदर्शन का आयोजन किया गया जिसमें उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को ज्ञापन देकर इस राष्ट्र विरोधी हरकत के लिए सख्त कार्यवाही किए जाने की मांग की।
इस मौक़े पर एसडीपीआई के प्रदेश महासचिव नफीस नूरी ने कहा कि गणतंत्र दिवस एक ऐसा दिन है जब भारतीयों ने समानता की गारंटी संविधान के ज़रिए दी, लेकिन दुर्भाग्य से कुछ देश विरोधी तत्व फासीवादी समूहों की शह पर इसका विरोध कर रहे हैं, बल्कि इस दिन को काले दिवस के रूप में मना रहे हैं।
इस मौक़े पर मीडिया से बात करते हुए सरवर आलम ने कहा कि यह मोदी सरकार के मुंह पर तमाचा मारने जैसा है और मोदी कैबिनेट के मंत्री अकसर अल्पसंख्यकों, दलितों व पिछड़े तबकों के लिए भड़काऊ बयान देते रहते हैं और अब हिन्दू महासभा के गुंडे हमारे संविधान का अपमान करने पर तुले हैं।
यह भी देखा गया है कि हिन्दुत्वादी समूह संविधान के खिलाफ इस तरह के प्रदर्शन काफी लंबे समय से करते आ रहे है जिन्हें रोका जाना बेहद ज़रूरी है।
इस मौक़े पर सादिक सर्राफ मौ. आसिफ इब्राहिम, शाहने इरम, नफीस आज़ाद, हाफिज़ फारूक फरीदी, इमरान खान, जुनेद, मौ. रऊफ, मौ. वासिफ, रईस शारिक, जफर बाबू, मौ. अहमद, शकील मौहम्मदी, मौ. अली, मौ. वसीम, मौ. नसीम, वकील खान, मौ. हलीम, मौ. शफीक, के अलावा काफी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता मौजूद थे।