45 दिनो में हुईं ईसाई धार्मिक स्थलों को निशाना बनाने की 5 घटनाएं
45 दिनो में हुईं ईसाई धार्मिक स्थलों को निशाना बनाने की 5 घटनाएं
नई दिल्ली। पिछले 45 दिनो में ईसाई धार्मिक स्थलों को निशाना बनाने की कुल चार घटनाओं के बाद पांचवीं घटना गत 14 जनवरी को दिल्ली के विकासफपुरी इलाके में इसाईयों के धर्मिक स्थल एक चर्च में तोड़-फोड़ के रूप में हुई है। दिल्ली में अभी चुनावी माहौल चल रहा है। पिछले दिनों दिल्ली के विभिन्न इलाकों जैसे त्रिलोकपुरी, बवाना, मजनू का टीला, खजूरी, नन्दनगरी, तिमारपुर आदि में भी साम्प्रदायिक माहौल को बिगाड़ने के खूब प्रयास किये गये और कई जगह पर साम्प्रदायिक तत्व कामयाब भी हो गये।
यह जानकारी देते हुए नौजवान भारत सभा ने तमाम फिरकापरस्त ताकतों की तीखी भर्त्सना की है। नौजवान भारत सभा के अध्यक्ष अरविन्द ने कहा कि केन्द्र में भाजपा-नीत एनडीए की सरकार सत्ता में आने के बाद तमाम साम्प्रदायिक ताकतें अपने नंगे रूप में खुलकर सामने आ गयी हैं। रामजादे व हरामजादे जैसे बयान, घर वापसी के नाम पर साम्प्रदायिक राजनीति, लव जिहाद के नाम पर नफरत फैलाने का काम, नाथूराम गोड़से के मन्दिर बनाने की बात, 4 बच्चे पैदा करने की नसीहतें आदि तो इसके चन्द ही उदाहरण हैं। मोदी सरकार को साम्प्रदायिक तत्व 800 साल के बाद आया हिन्दू राज करार दे रहे हैं। लोकसभा चुनाव से पहले मुज़फ्ऱप़फरनगर से चला दंगों का रथ रुकने का नाम ही नहीं ले रहा है। असल में तमाम नेताओं को पता है कि धर्म के नाम पर आम जनता को बाँटना बेहद आसान है। बकौल भाजपा के अध्यक्ष अमित शाह अगर साम्प्रदायिक तनाव बना रहता है तो भाजपा को सत्ता में आने से कोई नहीं रोक सकता। क्योंकि दिल्ली चुनाव की तारीख तय हो चुकी है इसीलिए साम्प्रदायिक तनावों को लगातार हवा दी जा रही है और विवादास्पद बयानबाजियाँ की जा रही हैं।
अरविन्द ने कहा केन्द्र सरकार अपने तमाम चुनावी वायदों को पूरा करने में नाकामयाब रही है। 100 दिन में काले धन को वापस लाना, एफडीआई न आने देना, अच्छे दिन ले आना आदि जैसे वायदे पूरी तरह से हवा-हवाई साबित हो रहे हैं। जनता उसी तरह से महंगाई, बेरोजगारी, गरीबी से आज भी आजि़ज है। ऐसे में लोग सच्चाई को न समझ जायें इसलिए एक तरफ तो कुछ योजनाओं के शिगूफे उछाले जा रहे हैं तो दूसरी तरफ लगातार साम्प्रदायिक तनाव को बढ़ाया जा रहा है। सरकार के मंत्री तक घृणास्पद बयान देते नज़र आ रहे हैं। नौजवान भारत सभा ने लागों को बाँटने के तमाम प्रयासों का पुरजोर विरोध करते हुए देश की आम जनता से भाईचारे और सौहार्द्र बनाये रखने की अपील की है।
नौभास अध्यक्ष ने बताया कि राजधनी दिल्ली में नौजवान भारत सभा की विभिन्न इकाइयाँ जुझारू जन-एकजुटता अभियान शुरु कर चुकी हैं। इस अभियान में साम्प्रदायिक फासीवाद का प्रतिरोध करते हुए व्यापक परचा वितरण व नुक्कड़ सभाएँ की जायेंगी, साम्प्रदायिक ताकतों की असलियत लागों के सामने रखी जायेगी तथा जनता के बीच एकजुटता और भाईचारे का सन्देश दिया जायेगा।


