9 दिसंबर – आज है सोनिया गाँधी का जन्मदिन
9 दिसंबर – आज है सोनिया गाँधी का जन्मदिन
9 दिसंबर – आज है सोनिया गाँधी का जन्मदिन
इतिहास के झरोखे से 9 दिसम्बर “तारीख गवाह है“ डीबीलाइव के साथ
DBLIVE | 9 DEC 2016 | TODAY'S HISTORY | AAJ KA ITIHAS
9 दिसंबर 1913 में भारत की पहली महिला फ़ोटो पत्रकार होमाई व्यारावाला का जन्म हुआ था।
होमाई व्यारावाला ने 1938 में फ़ोटोग्राफ़ी के क्षेत्र में कदम रखा था।
उस दौर में फ़ोटोग्राफ़ी के क्षेत्र में पुरुषों का ही बोलबाला हुआ करता था, इस वजह से व्यारावाला को काफी दिक्कतों का भी सामना भी करना पड़ा।
होमाई व्यारवाला द्वारा लिए गए फोटो भारत की आज़ादी और अन्य ऐतिहासिक क्षणों के गवाह हैं।
राष्ट्रपति भवन में लॉर्ड माउंटबेटन को सलामी लेते हुए भी उन्होंने तस्वीरें खींची हैं।
पंडित जवाहर लाल नेहरू और उनकी बहन विजय लक्ष्मी की गले मिलते फोटो भी उन्होंने खींची।
इसके साथ ही महात्मा गांधी के साथ खान अब्दुल गफ़्फ़ार खान व गांधीजी की निजी चिकित्सक सुशीला नायर की दुर्लभ तस्वीरें उन्होंने ही खींची हैं।
1938 से 1973 तक व्यारावाला सफलतापूर्वक फ़ोटोग्राफ़ी के क्षेत्र में काम करती रहीं। 2011 में होमाई व्यारावाला को पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था।
9 दिसंबर 1945 में बॉलीवुड के मशहूर अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा का जन्म हुआ था।
शत्रुघ्न सिन्हा ने अपने करियर की शुरुआत 1969 में रिलीज़ हुई फिल्म साजन से की थी।
अपनी बुलंद, कड़क आवाज़ और चाल-ढाल की मदमस्त शैली की वजह से शत्रुघ्न जल्दी ही दर्शकों के चहेते बन गए।
नायक और खलनायक दोनों ही रूपों में उन्हें बेहद पसंद किया गया।
रामपुर का लक्ष्मण’, ‘कालीचरण’, ‘काला पत्थर’, ‘दोस्ताना’, ‘शान’ और ‘नसीब’ आदि इनकी बेहतरीन फिल्में हैं।
करीब चार दशकों में शत्रुघ्न सिन्हा ने कम से कम 200 फ़िल्मों में काम किया है।
शत्रुघ्न सिन्हा बॉलीवुड से निकलने वाले पहले नेता हैं, जो अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में केन्द्रीय कैबिनेट मंत्री बनाए गए।
9 दिसंबर 1946 को भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गांधी का जन्म हुआ था।
सोनिया गांधी रायबरेली, उत्तर प्रदेश से सांसद हैं और इसके साथ ही वो 14वीं लोकसभा में 'यूपीए' की प्रमुख हैं।
सोनिया संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन के समन्वय समिति की भी अध्यक्ष हैं।
सोनिया गांधी 12 साल से कांग्रेस के अध्यक्ष के पद पर कार्यरत हैं।
राजनीतिक जीवन की शुरुआत में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को सबसे ज़्यादा मदद पूर्व केंद्रीय मंत्री दिवंगत माधवराव सिंधिया से मिली थी।
1999 में सोनिया गांधी ने बेल्लारी, कर्नाटक से और साथ ही अपने दिवंगत पति राजीव गांधी के निर्वाचन क्षेत्र अमेठी, उत्तर प्रदेश से लोकसभा के लिए चुनाव लड़ा और क़रीब तीन लाख वोटों की विशाल बढ़त से विजयी हुईं।
9 दिसंबर 1987 में इंग्लैंड के कप्तान माइक गैटिंग और पाकिस्तानी अंपायर शकूर राणा के बीच विवाद हुआ था।
इस विवाद से नौ दिसम्बर को इंग्लैंड टीम के पाकिस्तान दौरे को ही रद्द करने की नौबत तक आ गई थी।
एक दिन पहले शकूर राणा और माइक गैटिंग के बीच फ़ैसलाबाद टेस्ट में अंपायर के फ़ैसले को लेकर बहस हो गई थी।
गैटिंग ने राणा पर आरोप लगाया था कि वह पाकिस्तान के पक्ष में फ़ैसले दे रहे हैं। इस घटना के बाद शकूर राणा ने दूसरे दिन मैदान में जाने से इनकार कर दिया था, जिसके बाद पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने गैटिंग को आदेश दिया कि वो शकूर राणा से माफ़ी मांगें।
गैटिंग ने माफ़ी मांगी और फिर खेल शुरू हो सका। इस घटना के बाद इंग्लैंड ने साल 2000 तक पाकिस्तान का दौरा नहीं किया।
9 दिसंबर 1992 में ब्रिटेन के शाही जोड़े प्रिंस चार्ल्स और प्रिंसेज डायना के अलग होने की आधिकारिक घोषणा हुई थी।
1992 को तत्कालीन ब्रिटिश प्रधानमंत्री जॉन मेजर ने ब्रिटेन के शाही उत्तराधिकारी प्रिंस ऑफ वेल्स और उनकी पत्नी प्रिंसेज डायना के तलाक की घोषणा करते हुए बताया कि शाही जोड़ा आपसी सहमति से अलग होने जा रहा है।
एक दूसरे से अलग होने के बाद भी दोनों ने अपनी शाही जिम्मेदारियां निभाना जारी रखा।
इस तलाक के तहत हुए समझौते में काफी धन और केनसिंग्टन पैलेस को अपने पास रखने के अधिकार के अलावा डायना को 'प्रिसेंज ऑफ वेल्स' का खिताब बरकरार रखने का अधिकार मिला था।
31 अगस्त 1997 को पेरिस में एक कार दुर्घटना में डायना की मौत हो गई।
29 जुलाई, 1981 को 74 देशों के करीब एक अरब लोगों ने टीवी पर प्रिंस चार्ल्स और प्रिंसेज डायना की शाही शादी को देखा था।
9 दिसंबर 1993 में अंतरिक्ष में स्थापित हबल दूरबीन में आई ख़राबी को दूर किया गया था।
दूरबीन को ऊर्जा प्रदान करनेवाले सोलर पैनल में मामूली ख़राबी आ गई थी जिसकी वजह से उससे ली गई तस्वीरें सही नहीं आ रही थीं।
इसके चलते क़रीब डेढ़ अरब डॉलर के ख़र्च से बनाए गए हबल दूरबीन का दर्पण सपाट हो गया था। सात सदस्यीय अंतरिक्ष यात्रियों को इसी दर्पण को 'कॉन्टैक्ट लेंस' के बराबर का लेंस लगाकर ठीक करना था ताकि उसका केंद्र ठीक हो सके।
इस अभियान में दूरबीन के दस अन्य ख़राब पुर्ज़े को ठीक किया गया था। हबल दूरबीन की मरम्मत में सफलता मिलना नासा की बड़ी क़ामयाबी थी क्योंकि इससे पहले ऐसे कई अंतरिक्ष अभियान असफल रहे थे।


