अदालती कार्यवाही की लाइव रिपोर्टिंग के ख़तरे

अदालती कार्यवाही की लाइव रिपोर्टिंग के ख़तरे

सुप्रीम कोर्ट के अवकाशप्राप्त न्यायाधीश जस्टिस अभय ओका ने आगाह किया है कि अदालती कार्यवाही की लाइव रिपोर्टिंग अक्सर न्यायाधीशों की प्रथम दृष्टया टिप्पणियों को अंतिम राय के रूप में गलत तरीके से प्रस्तुत करती है, जिससे जनता भ्रमित हो सकती है।

बुधवार को एक पुस्तक विमोचन के अवसर पर बोलते हुए, जस्टिस ओका ने कहा कि न्यायाधीश कभी-कभी सुनवाई के दौरान केवल वकीलों की परीक्षा लेने और उनके सर्वोत्तम तर्क प्राप्त करने के लिए ही कड़ी टिप्पणियाँ करते हैं। उन्होंने इस बात पर ज़ोर दिया कि जहाँ कानूनी बिरादरी के सदस्य इस प्रक्रिया को समझते हैं, वहीं "उच्च शिक्षित" लोगों सहित आम लोग तात्कालिक सोशल मीडिया टिप्पणियों से प्रभावित हो सकते हैं।

Update: 2025-08-28 05:16 GMT

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